देवघर : केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा हाउसिंग लोन के ब्याज दरों में दी गयी छूट के बाद भी बैंकों के रवैये की वजह से लोगों के सपनों का घर अधूरा रह गया है. देवघर में वित्तीय वर्ष 2017-18 में 24 बैंकों को दिये गये लक्ष्य के अनुसार 60 फीसदी हासउिंग लोन दिया गया, शेष 40 फीसदी लोग अब भी हाउसिंग लोन से वंचित हैं. 23 बैंकों को कुल 800 हाउसिंग लोन स्वीकृति का लक्ष्य निर्धारित किया गया, इसमें 480 लोगों को ही हाउसिंग लोन का लाभ मिल पाया.
इसमें एक्सिस बैंक, आइसीआइसीआइ बैंक, आइडीबीआइ बैंक व कॉरपोरेशन बैंक ने एक व्यक्ति को भी हाउसिंग लोन नहीं दिया. सबसे अधिक हाउसिंग लोन का वितरण एसबीआइ ने किया है. एसबीआइ को 180 लोन वितरण का लक्ष्य दिया गया था, इसमें 299 लोगों के बीच लोन दिया गया. 23 बैंकों ने हाउसिंग लोन की पूरी रिपोर्ट डीएलसीसी को भेजी है. इसी माह में होने वाली डीएलसीसी की बैठक में बैंकों के हाउसिंग लोन मामले में बैंकों के परफॉरमेंस की समीक्षा होगी. एलडीएम के स्तर से हासउिंग लोन के नये बजट को भी डीएलसीसी की बैठक में प्रस्तुत किया जायेगा.