डीपीआरओ व डीडब्ल्यूओ के कारनामों की खुल रही है कलई
देवघर : डीपीआरओ जवाहर कुमार व डीडब्ल्यूओ अशोक प्रसाद के कारनामे की एक-एक कर कलई खुल रही है. पुलिसिया अनुसंधान में कई चौंकाने वाले तथ्य उजागर हो रहे हैं. दुष्कर्म मामले में जिस विधवा महिला की तलाश में पुलिस जुटी थी, पुलिस के हाथ उस तक पहुंच गये हैं.
एसपी सुबोध प्रसाद, नगर थाना प्रभारी केके साहू, महिला थाना प्रभारी प्रफुल्लित कुजुर के समक्ष विधवा महिला से पूछताछ हुई. नंदन पहाड़ के पास से उक्त महिला को चिह्न्ति किया गया. महिला ने भी पूरी दास्तां पुलिस अधिकारियों के समक्ष रखा है. सोमवार को पुलिस उक्त महिला का भी बयान 164 के तहत दर्ज करा सकती है. इसके अलावा पुलिस ने नंदन पहाड़ पार्क के एक-एक कर्मी को बुलाकर पूछताछ की.
वंदना का लोकेशन मधुपुर में
इस मामले में जिस वंदना की तलाश पुलिस को थी. पुलिस उसका ट्रेस लगाने में सफल हो चुकी है. पुलिस के अनुसार उसका लोकेशन मधुपुर है. बताया जाता है कि उसके माता-पिता सेवानिवृत हैं. उसकी दो बहनें हैं.
अगर यह वही वंदना है तो मधुपुर के अलावा देवघर में भी रह रही है. उसे प्रशासनिक गलियारों तक पहुंचाने में एक एनजीओ कार्यकर्ता की भूमिका की सूचना है. पुलिस उसकी तह तक जाने की कोशिश में हैं.
क्यों नहीं खुला अलमीरा ?
डीडब्ल्यूओ अशोक प्रसाद के सरकारी आवास का ताला तोड़कर तो पुलिस ने जांच की, बाद में उसे सील कर दिया. लेकिन वह गोदरेज जिसके बारे में पीड़िता ने कहा था कि उसमें आपत्तिजनक सामान रखा है.
उस गोदरेज का लॉक नहीं खुला. पुलिस को अभी तक अलमीरा की चाबी नहीं मिल पायी है. जबकि कानूनविद कहते हैं कि जब मजिस्ट्रेट को रखकर कमरे का ताला तोड़कर तलाशी ली जा सकती है तो अलमीरा का ताला भी तोड़ा जा सकता था. यह कानून में प्रावधान है.