Jharkhand news, Deoghar news, देवघर : देवघर नगर निगम (Deoghar Municipal Corporation) के कार्यपालक अभियंता (Executive engineer) रवींद्र नाथ पांडेय 31 दिसंबर, 2020 को सेवानिवृत्त (Retired) हो गये. नगर आयुक्त शैलेंद्र कुमार लाल (Municipal Commissioner Shailendra Kumar Lal) की ओर से समारोह का आयोजन कर विदायी दी गयी. अब नगर निगम में 2 सहायक अभियंता, सिविल में 4 कनीय अभियंता (Junior Engineer) व एक मैकेनिकल अभियंता (Mechanical engineer) कार्यरत हैं. 3 जनवरी, 2021 बीतने के बाद भी नगर विकास एवं विभाग की ओर से नये कार्यपालक अभियंता के तौर पर किसी को भेजा नहीं गया है. इससे निगम का विकास कार्य सहायक अभियंता के भरोसे हो गया है. इससे 5 लाख से अधिक की योजना पास नहीं हो पायेगी.
2 साल से खाली है अधीक्षण अभियंता का पद
नगर निगम में रमेश झा अधीक्षण अभियंता (Superintendent Engineer) थे. उनके जाने के बाद कोई अधीक्षण अभियंता स्थायी रूप से नहीं आये हैं. कार्यपालक अभियंता ही काम चला रहे थे. इससे पहले से 25 लाख से ऊपर का विकास कार्य बंद था.
कार्यपालक अभियंता जाने से पांच लाख के ऊपर का काम रहेगा बंद
कार्यपालक अभियंता (Executive engineer) के पास पांच लाख से 25 लाख तक की योजना पास करने का अधिकार होता है. निगम में कार्यपालक अभियंता अाने तक बड़ी योजना का टेंडर नहीं हो पायेगा. वर्तमान में 5 लाख से अधिक का टेंडर नहीं हो पायेगा.
जल्द कार्यपालक अभियंता के नाम की होगी घोषणा : नगर आयुक्त
नगर आयुक्त शैलेंद्र कुमार लाल ने कहा कि निगम क्षेत्र के विकास को प्रभावित नहीं होने देंगे. इसके लिए प्रयासरत हैं. विभाग से सूचना मिली है. जल्द ही नये कार्यपालक अभियंता के नाम की घोषणा हो जायेगी. उम्मीद है कि जनवरी माह में ही निगम को नये कार्यपालक अभियंता आ जायेंगे. तत्काल जिला से कार्यपालक अभियंता देने की बात चल रही है.
एक नजर अभियंताओं के अधिकार क्षेत्र पर
मुख्य अभियंता (Chief engineer) - एक करोड़ से ऊपर
अधीक्षण अभियंता (Superintendent Engineer) - 25 लाख से एक करोड़ तक
कार्यपालक अभियंता (Executive engineer) - पांच लाख से 25 लाख तक
सहायक अभियंता (Assistant Engineer) - शून्य से पांच लाख तक
Posted By : Samir Ranjan.