Indian Railway News Jharkhand देवघर : जसीडीह-बांका रेलखंड पर जल्द ही एक्सप्रेस ट्रेनों के साथ पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन इलेक्ट्रिक इंजन से होगा. इसके लेकर गुरुवार को आसनसासेल डिवीजन अंतर्गत जसीडीह-बांका सेक्शन के बीच नवनिर्मित विद्युतीकरण कार्य का सीआरएस कार्य पूरा हुआ. इस रेलखंड का रेलवे संरक्षा आयुक्त (सीआरएस), पूर्वी सर्कल (कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी) एएम चौधरी ने किया. उन्होंने जसीडीह से बांका तक सुरक्षा की स्थिति का जायजा लिया. बांका से जसीडीह तक 99 किलोमीटर की रफ्तार से स्पीडी ट्रायल भी किया गया.
सीआरएस का सैलून सुबह 09:30 बजे जसीडीह से खुला. इसके बाद उन्होंने जसीडीह स्विचिंग पोर्ट (एसपी) और गर्डर ब्रिज नंबर पांच का निरीक्षण किया. सीआरएस ने देवघर स्टेशन के निरीक्षण के बाद पीडब्ल्यूआई (रेल पथ निरीक्षक) गैंग और संरक्षा उपकरण की जानकारी ली.
इसके बाद नवाडीह-चांदन स्टेशन के बीच चार डिग्री कर्व, गर्डर ब्रिज नंबर 05 और समपार फाटक (लेवल क्रॉसिंग) संख्या 1/सी/ई और चांदन स्टेशन, स्विचिंग स्टेशन (एस.एस), कटोरिया स्टेशन और कटोरिया और खरझौसा स्टेशन के बीच रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) तथा देवघर-बांका सेक्शन में खारझौसा और कांकवाड़ा स्टेशनों के बीच आरओबी का निरीक्षण किया.
सीआरएस ने जसीडीह, देवघर और कटोरिया स्टेशनों पर आरओबी से ओएचई की दूरी (क्लीयरेंस), अर्थिंग और शॉर्ट सर्किट टेस्ट, पैनेल रूम और ट्रेन संचालन से संबंधित संरक्षा मदों की भी जानकारी ली. कर्मियों को नये विद्युतीकरण के तहत ओएचइ वायर के बारे में बताते हुए नये नियम के तहत ट्रेनों के परिचालन का निर्देश दिये. निरीक्षण के दौरान पूर्व रेलवे मुख्यालय कोलकाता के सीपीडी/आरई, एस सिंघल आसनसोल डिवीजन के डीआरएम परमानंद शर्मा समेत डिवीजन के अन्य अधिकारी थे.
Posted By: Sameer Oraon