बाबा नगरी में सोमवार से होली की परंपरा शुरू हो जायेगी. बाबा मंदिर इस्टेट की ओर से इस्टेट पुरोहित श्रीनाथ पंडित ने सोमवार व मंगलवार को होनेवाले पारंपरिक अनुष्ठानों की तिथि व समय जारी कर दी. पंडित जी के अनुसार, सोमवार बाबा मंदिर का पट पूरी रात खुला रहेगा, इस दिन बाबा की शृंगार पूजा नहीं होगी. परंपरा के अनुसार, सोमवार को बाबा मंदिर के जलार्पण के बाद शाम चार बजे पट बंद कर दिया जायेगा.
उसके बाद 4:20 बजे पुन: मंदिर का पट खुलेगा तथा मंदिर महंत श्रीश्री गुलाबनंद ओझा बाबा पर गुलाल अर्पित कर बाबा नगरी की होली प्रारंभ करेंगे. वहीं शाम 4:31 बजे भगवान कृष्ण व राधा को पालकी पर बैठा कर आजाद चौक स्थित दोल मंच ले जाया जायेगा. इस दौरान मंदिर उपचारक भक्तिनाथ फलहारी दोल मंच ले जाने के दौरान रास्ते में पड़ने वाले सभी चौराहे पर पालकी को रोक कर मालपुआ का भोग लगायेंगे.
दोल मंच पर भोला भंडारी की अगुवाई में भंडारी परिवार के लोग पूरी रात भगवान कृष्ण को दोलमंच पर लगे झूले पर झुलाते रहेंगे. मंगलवार सुबह को 4:50 बजे विशेष पूजा कर होलिका दहन होगा. उसके बाद भगवान को पालकी पर मंदिर लाया जायेगा. सुबह 5:10 बजे हरिहर मिलन कर बाबा बैद्यनाथ का स्थापना दिवस मनाया जायेगा.