Chaitra Navratri 2022: चैत्र नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम रूप शैलपुत्री की आराधना की गयी. इस मौके पर झारखंड के चतरा जिले के इटखोरी में मां भद्रकाली मंदिर में भक्तों की काफी भीड़ रही. मंदिर में एक दर्जन साधकों ने कलश स्थापित किया है. मंदिर प्रबंधन समिति की ओर से चांदी का कलश स्थापित किया गया है. विधि-विधान से कलश स्थापित कर मां की पूजा की जा रही है. दुर्गा सप्तशती के मंत्रोच्चार से मंदिर परिसर गूंज रहा है.
मंत्रोच्चार से गूंज रहा मंदिर परिसर
इटखोरी मां भद्रकाली मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्य सीताराम सिंह ने पुजारी मदन पांडेय की उपस्थिति में कलश स्थापित किया. दूसरे क्षेत्रों से आये साधकों ने विधि-विधान के साथ कलश स्थापित किया. सभी साधक घंटों माता की साधना में लीन रहे. दुर्गा सप्तशती के मंत्रोच्चार से मंदिर परिसर गूंज रहा है. सुबह चार बजे से ही भक्तों की भीड़ लग गई. देर शाम तक श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहा.
हाईकोर्ट के न्यायाधीश ने की पूजा
नवरात्र के पहले दिन झारखंड हाईकोर्ट के न्यायाधीश दीपक रौशन ने मां भद्रकाली की पूजा की. उन्होंने सुख समृद्धि की कामना की. पूजा के बाद उन्होंने पंचमुखी हनुमान, शनिदेव मंदिर, सहस्त्रशिवलिंगम का भी दर्शन किया. मंदिर आगमन पर न्यायिक व प्रशासनिक अधिकारियों ने उनका अभिवादन किया.
सौनिया पूजा स्थल में भी कलश स्थापित
चतरा जिले के इटखोरी प्रखंड के सौनिया में भी दुर्गा पूजा आयोजन समिति द्वारा कलश स्थापित किया गया है. पूजा को लेकर ग्रामीणों में काफी उत्साह है. आपको बता दें कि सौनिया में पिछले साठ साल से अधिक समय से वासंतिक नवरात्र का आयोजन किया जा रहा है.
रिपोर्ट: विजय शर्मा