Advertisement
यीशु ने दूसरों के कल्याण के लिए दी अपनी प्राण की आहुति
प्रभु यीशु के जन्म की सूचना मिलते उल्ले लुइया-उल्ले लुइया से पूरा क्षेत्र गूंजा चतरा : संत तेरेसा चर्च में शनिवार की देर शाम पास्का जागरण का आयोजन किया गया. इसमें काफी संख्या में ईसाई धर्मावलंबी शामिल हुए. प्रभु यीशु के पुनर्जन्म पर पास्का संगीत से चर्च रात भर गूंजता रहा. हाथ में मोमबती लेकर […]
प्रभु यीशु के जन्म की सूचना मिलते उल्ले लुइया-उल्ले लुइया से पूरा क्षेत्र गूंजा
चतरा : संत तेरेसा चर्च में शनिवार की देर शाम पास्का जागरण का आयोजन किया गया. इसमें काफी संख्या में ईसाई धर्मावलंबी शामिल हुए. प्रभु यीशु के पुनर्जन्म पर पास्का संगीत से चर्च रात भर गूंजता रहा. हाथ में मोमबती लेकर श्रृंखला बद्ध होकर कब्र के पास पहुंच कर खुशियां मनायी. फादर ने जैसे ही प्रभु यीशु के जन्म की सूचना दी, उल्ले लुइया-उल्ले लुइया से पूरा क्षेत्र गूंज उठा. मौके पर फादर नाबोर ने कहा कि यीशु का जी उठना, जिसका जश्न इस्टर के रूप में मनाया जाता हैं.
यह पर्व ईसाई धर्म के विश्वास की नींव हैं. मृतोत्थान ने यीशु को ईश्वर के एक शक्तिशाली पुत्र के रूप में स्थापित किया. इस बात का प्रमाण दिया कि ईश्वर इस सृष्टि का न्यायोचित इंसाफ करेंगे. यीशु के जी उठने द्वारा ईश्वर ने ईसाई को एक नये जन्म की जीती जागती आशा दी. प्रभु दूसरों के कल्याण के लिए अपनी प्राण की आहुति दी थी. हमें भी उनसे प्रेरणा लेकर अपने जीवन को दूसरे के कार्य में लगाना चाहिए. जिस तरह इस मौसम में पेड़-पौधों में नये पत्ते निकलते हैं, उसी प्रकार हमारे लिए सृष्टि की शुरुआत होती है. नयी सोच व नयी ऊर्जा के साथ दूसरों के उपकार के लिए आगे बढ़ने का संकल्प लेने की बात कही. मौके पर छोटे-छोटे बच्चों को संस्कार दिया गया. उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु के पुनर्जन्म के बाद ख्रीस्त राजा का दरजा दिया गया. प्रभु यीशु के जन्म के बात प्रसाद का वितरण किया गया.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement