सीनटी, एसपीटी एक्ट आदिवासियों के लिए जमीन का सुरक्षा कवच: निर्मला
चतरा : आदिवासी महिला संरक्षण समिति के बैनर तले शुक्रवार को आदिवासी अधिकार जागरूकता रैली का आयोजन किया गया. रैली में लगभग सैकड़ों आदिवासी महिलाएं शामिल हुई. इसमें आदिवासियों के अधिकार का हो रहे हनन का जोरदार ढंग से विरोध किया गया.
संचालन कर रही निर्मला केरकेट्टा ने कहा कि परंपरा से आदिवासियों का जल, जंगल व जमीन पर अधिकार है. इस अधिकार को साजिश के तहत सरकार बाहरी कंपनियों को निवेश के लिए लूट रही है. सीएनटी व एसपीटी एक्ट आदिवासियों की जमीन का सुरक्षा कवच है. इस जमीन की सुरक्षा कवच को साजिश के तहत संशोधन कर सरकार नया कानून ला रही है, जिसका आदिवासी विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आदिवासी मूलवासियों के जमीन में बाहरी कंपनी टाटा, जिंदल, मित्तल, एनटीपीसी, आम्रपाली, मगध जैसे बड़ी-बड़ी कंपनी बैठा कर आदिवासियों को विस्थापित कर रही है, जो अन्याय है.
आदिवासी पलायन कर रहे है. रैली के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया. इससे पूर्व रैली की शुरुआत फांसीहारी तालाब से हुई. जो शहर के अव्वल मुहल्ला, गुदरी बाजार, केसरी चौक, जतराहीबाग होते हुए समाहरणालय पहुंची. रैली को सफल बनाने में सूर्योदय स्वयं सहायता समूह चौधरिया, खुशबू, अखंड ज्योति, जोहार महिला समूह पाओ, अखंड ज्योति स्वयं सहायता समूह, सूरज जागृति स्वयं सहायता समूह संघरी की महिलाओं ने अहम भूमिका निभायी. कार्यक्रम को सफल बनाने में रीना लिंडा, ओती गाड़ी, सोनी टोप्पो, मंजुला बाड़ा ने अहम भूमिका निभायी.