मगध व आम्रपाली कोल परियोजना लगाने का विरोध
टंडवा : मगध व आम्रपाली कोल परियोजना के खिलाफ 13 गांव के लोगों ने गुरुवार को प्रखंड मुख्यालय में धरना–प्रदर्शन दिया. इसका नेतृत्व आदि हक जन संघर्ष कमेटी, विस्थापित प्रभावित मगध आम्रपाली समिति व झारखंड माइंस एरिया को–ऑर्डिनेशन कमेटी के लोगों ने किया.
प्रदर्शन में काफी संख्या में लोग शामिल हुए़ रैली की शक्ल में लोग सीसीएल के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रखंड मुख्यालय पहुंच़े यहां रैली सभा में तब्दील हो गयी.
इस दौरान लोग जल–जंगल–जमीन हमारा है आदि नारे लगा रहे थे. धरना–प्रदर्शन की अध्यक्षता सुरेंद्र तिर्की व संचालन बिरजु उरांव और अजय देव ने किया. इस दौरान उत्तरी कर्णपुरा संघर्ष कमेटी के दीपक दास ने कहा कि हक मांगने से नहीं, लड़ने से मिलता है. झारखंड मार्गदर्शन ह्यूमन स्ट्रगल, जमशेदपुर के अजरुन सामत ने कहा कि 1907 में काली माटी का अधिग्रहण किया गया था.
यह आज जमशेदपुर बन गया है. आदिवासी बहुल इस इलाके में उद्योग धंधे लगने से बाहरी लोगों का वर्चस्व कायम हो गया है. आदि हक संघर्ष कमेटी के सुरेंद्र तिर्की व विस्थापित प्रभावित समिति के प्रेम विकास ने सीसीएल पर ग्रामीणों की समस्याओं की अनसुनी करने की बात कही.
धरना को बहादुर उरांव, परमेश्वर महतो, रवींद्र उरांव, बालेश्वर उरांव, रामजीत उरांव, इलियास अंसारी, महेश वर्मा, राजू वर्मा, बिंदु गंझू, अमलेश दास, मुखिया दासो देवी, पुसन पासवान, दसन साव, विजय, बुधन, कन्हाई आदि ने संबोधित किया. धरना के बाद सीओ को मांग पत्र सौंपा गया.