Jharkhand News: चाईबासा-टाटा मुख्य मार्ग पर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बादुड़ी गांव के पास तेज रफ्तार एक सवारी गाड़ी की टक्कर से बाइक सवार दूध बिक्रेता की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गयी. मृतक की पहचान राजनगर थाना क्षेत्र के बांदुआ गांव निवासी 45 वर्षीय हंसकेदु प्रधान के रूप में की गयी. लोगों ने घायल को तत्काल घटनास्थल से उठाकर इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की जानकारी मिलने पर उसके परिजन और सगे-संबंधी अस्पताल पहुंचे. शव को देकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. परिजन शव पर लिपटकर रो-रोकर बुरा हाल हो गया. इस हादसे से नाराज लोगों ने सड़क जाम कर दिया. सड़क जाम की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंच कर लोगों को समझाते हुए जाम खत्म कराया. करीब डेढ़ घंटे बाद जाम हटने से वाहनों का परिचालन शुरू हुआ.
एक सवारी गाड़ी और बाइक के बीच जोरदार टक्कर
इस हादसे से गांव में कोहराम मच गया. लोगों ने बताया कि मृतक हंसकेदु प्रधान हर दिन की तरह रविवार सुबह घर से दूध बिक्री करने के लिए बाईक से चाईबासा शहर जा रहा था. उसी दौरान रास्ते में बादुड़ी गांव के पास सामने से आ रही तेज रफ्तार एक सवारी गाड़ी सामने से बाइक को जाेरदार धक्का मारते हुए कुछ दूर तक घसीटते हुए ले गया. इस दौरान सवारी गाड़ी भी अनियंत्रित हो गया. हादसे के बाद चालक गाड़ी छोड़कर फरार हो गया. वहीं, घटना से बाइक भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया.
सवारी गाड़ी ने दो अन्य बाइक सवार को भी मारी टक्कर
इधर, सवारी गाड़ी ने बाइक को टक्कर मारने के बाद पीछे से आ रहे दो अन्य बाइक सवार को भी टक्कर मारी. जिससे बाइक पर सवार लोग भी गिरने से धायल हो गये. घायल होनेवालों में बड़ा मौदी गांव निवासी कृपा बानरा और रामलाल बानरा शामिल है. वे दोनों का भी सदर अस्पताल लाया गया. चिकित्सकों द्वारा उपचार करने के बाद वे दोनों को दवा देकर छोड़ दिया गया. मृतक के बेटे के बयान पर थाना में सवारी गाड़ी चालक पर तेजी व लारपाही से गाड़ी चलाने का मामला दर्ज किया गया है.
आक्रोशित लोगों ने घटना स्थल शव रखकर किया सड़क जाम
आक्रोशित लोगों ने अस्पताल से शव को घटनास्थल बादुड़ी गांव के पास लेकर पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद की मांग को लेकर सड़क जाम कर दिया. जाम की वजह से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. घटना की जानकारी मिलते ही मुफस्सिल थाना प्रभारी पवन चंद्र पाठक दल-बल के साथ जाम स्थल पर पहुंचे. वहीं, सदर प्रखंड अंचलाधिकारी गोपी उरांव भी वहां पहुंचे. वे दोनों पदाधिकारी द्वारा जामकर्ताओं को समझाने-बुझाकर और मदद का आश्वासन देकर स्थिति संभाला. मुआवजा का भरोसा दिलाने के बाद करीब डेढ़ घंटे बाद लोगों ने जाम हटाया. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए लाया गया. वहीं, पुलिस ने सवारी गाड़ी को जब्त कर लिया.
सीओ ने दिये तत्काल तीन हजार रुपये
सदर अंचलाधिकारी गोपी उरांव ने सरकारी नियमों के अनुसार तत्काल मृतक के परिवार को घटनास्थल पर मुआवजा के तौर पर नगद तीन हजार रुपये दिये. सीओ श्री उरांव ने बताया कि सरकार का प्रावधान के तहत 20 हजार रुपये दिया जाता है. उन्होंने बताया कि तत्काल घटनास्थल पर मृतक के परिवार को तीन हजार रुपये दिये गये और बाकी 17 हजार रुपये शव का पोस्टर्माटम रिपोर्ट प्रस्तुत और प्रक्रिया के बाद दिया जायेगा. जाम में मृतक के परिजनों समेत काफी संख्या में महिला-पुरूष शामिल थे.