हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में तब्दील होंगी जिले के 92 हेल्थ सब सेंटर, राज्य सरकार ने उपलब्ध करायी राशि

Jharkhand news, Chaibasa news : केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत (Ayushman Bharat) के तहत पश्चिमी सिंहभूम जिले के विभिन्न प्रखंडों में अवस्थित कुल 92 हेल्थ सब सेंटर (HSC) को उत्क्रमित करते हुए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (HWC) में तब्दील किया जाना है. इसे लेकर राज्य सरकार से पश्चिमी सिंहभूम जिले को वित्तीय वर्ष 2020-21 में कुल 6 करोड़ 44 लाख रुपये की राशि प्राप्त हुई है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 6, 2020 7:37 PM

Jharkhand news, Chaibasa news : चाईबासा (अभिषेक पीयूष) : केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत (Ayushman Bharat) के तहत पश्चिमी सिंहभूम जिले के विभिन्न प्रखंडों में अवस्थित कुल 92 हेल्थ सब सेंटर (HSC) को उत्क्रमित करते हुए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (HWC) में तब्दील किया जाना है. इसे लेकर राज्य सरकार से पश्चिमी सिंहभूम जिले को वित्तीय वर्ष 2020-21 में कुल 6 करोड़ 44 लाख रुपये की राशि प्राप्त हुई है.

बता दें कि जिला स्वास्थ्य विभाग को एक उप स्वास्थ्य केंद्र को उत्क्रमित करते हुए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के निर्माण के लिए कुल 7 लाख का मद प्राप्त है. साथ ही 7 लाख में से 5 लाख रुपये उप स्वास्थ्य केंद्रों के भवन मरम्मती, रंग-रोगन, ब्रांडिग समेत जीर्णोंद्वार के लिए, जबकि अन्य 2 लाख रुपये हेल्थ सब सेंटर को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में तब्दील किये जाने के बाद उक्त सेंटर के लिए स्वास्थ्य उपकरण एवं सामाग्री की खरीद के लिए दिया गया है. ऐसे में जिला स्वास्थ्य विभाग के द्वारा प्रपोज्ड 92 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के लिए अबतक कुल 89 उप स्वास्थ्य केंद्रों को चिह्नित किया गया है. इतना ही नहीं, चिह्नित सभी 89 उप स्वास्थ्य केंद्रों को अपग्रेड करने के लिए जिले से अबतक कुल 4 करोड़ 45 लाख की बड़ी राशि भी रिलिज की जा चुकी है.

एचएंडडब्लूसी के जीर्णोंद्वार कार्य में भी डीपीएमयू यूनिट की भूमिका रही संदिग्ध

पश्चिमी सिंहभूम जिले में वित्तीय वर्ष 2020-21 में प्रपोज्ड एचएंडडब्लूसी के जीर्णोंद्वार कार्य में भी डीपीएमयू यूनिट (DPMU Unit) की भूमिका अबतक संदिग्ध रही है. हाल ही में जिले के उप स्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में तब्दील किये जाने को लेकर ठेकेदारों को काम देने के नाम पर बिचौलियेपन का बाजार काफी गर्म था. इसे लेकर लाखों की लूट की पुख्ता तैयारी भी की जा रही थी. सूत्रों की मानें तो, बाजार में बिचौलिया ठेकेदारों को काम देने के नाम पर अच्छी- खासी रकम की मांग कर रहे थे. वहीं, सीधे तौर पर जिले के प्रभारी सिविल सर्जन डॉ ओमप्रकाश गुप्ता के नाम पर भी वसूली की जा रही थी. इसकी पुष्टि खुद सीएस ने भी की है, लेकिन इसी बीच एक अनुबंधकर्मी के जिले से चले जाने के बाद अफवाहों के बाजार पर एकाएक अंकुश लग गया है.

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विभिन्न प्रखंडों के एमओआईसी करायेंगे सेंटर का जीर्णोंद्वार एवं ब्रांडिग

राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत संचालित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक ने विगत 27 अक्तूबर को सिविल सर्जन को एक पत्र जारी करते हुए जिले के विभिन्न प्रखंडों के प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारियों (एमओआइसी) के द्वारा उक्त प्रखंड में पूर्व से अवस्थित उप स्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के तौर पर तब्दील किये जाने को लेकर जीर्णोंद्वार कार्य समेत ब्रांडिग आदि का जिम्मा सौंपने को कहा है. इसे लेकर एक स्वास्थ्य केंद्र के भवन मरम्मती, रंग-रोगन एवं ब्रांडिग के लिए 5-5 लाख का फंड राज्य सरकार की ओर से उपलब्ध कराया गया है. वहीं, एमओआइसी के द्वारा उक्त कार्य को दिसंबर 2020 तक पूरा करते हुए विभाग को सूचित करने को भी कहा गया है.

वित्तीय वर्ष 2018-19 में 47 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का जिले में कराया गया तैयार, सभी संचालित

पश्चिमी सिंहभूम जिले में वित्तीय वर्ष 2018-19 में विभिन्न प्रखंडों में अवस्थित कुल 40 हेल्थ सब सेंटर, 5 प्राइमरी हेल्थ सेंटर एवं 2 अर्बन प्राइमरी हेल्थ सेंटर को उत्क्रमित करते हुए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में तब्दील किया जा चुका है. इसे लेकर जिला प्रशासन के उप विकास आयुक्त कार्यालय से एनआरईपी के द्वारा विभिन्न प्रखंडों में पूर्व से संचालित स्वास्थ्य केंद्रों की मरम्मती, रंग-रोगन, ब्रांडिंग आदि के साथ जीर्णोंद्वार का कार्य कराया गया था. साथ ही जिला स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कुल 47 एचएंडडब्लूसी के लिए तकरीबन 1 करोड़ 10 लाख रुपये से स्वास्थ्य उपकरण एवं सामाग्रियों की खरीद सरकार के ई-गर्वमेंट मॉर्केट ‘जेम’ से की गयी थी. वर्तमान में जिले में उक्त सभी 47 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का संचालन हो रहा है.

वित्तीय वर्ष 2019-20 में 32 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का था प्रपोज, एक भी संचालित नहीं

पश्चिमी सिंहभूम जिले में वित्तीय वर्ष 2019-20 में भी विभिन्न प्रखंडों में अवस्थित कुल 24 हेल्थ सब सेंटर समेत 8 प्राइमरी हेल्थ सेंटर को अपग्रेड करते हुए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में तब्दील करने का प्रपोजल तैयार किया गया था. इसे लेकर भी जिला प्रशासन के उप विकास आयुक्त कार्यालय से एनआरईपी को विभिन्न प्रखंडों में पूर्व से संचालित स्वास्थ्य केंद्रों की मरम्मती एवं जीर्णोंद्वार का कार्य पूरा करने का जिम्मा सौंपा गया था. इसमें से 7 स्वास्थ्य केंद्र का काम अभी शुरू भी नहीं हुआ है, जबकि 7 स्वास्थ्य केंद्र को एचएंडडब्लूसी में उत्क्रमित किये जाने के बाद एनआरईपी द्वारा अबतक स्वास्थ्य विभाग को भवन हैंडओवर नहीं किया गया है. वहीं, 18 केंद्रों की स्थिति की जानकारी जिला स्वास्थ्य विभाग को नहीं है यानी जिले में मात्र वित्तीय वर्ष 2018-19 में पूरे हुए एचडब्लूसी का संचालन हो रहा है. दूसरी ओर, राज्य स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें, तो जिले को राज्य से प्राप्त कुल टारगेट 171 के खिलाफ प्रपोज्ड 157 एचएंडडब्लूसी में से वर्तमान में 75 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का संचालन हो रहा है.

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स्वास्थ्य केंद्रों को अपग्रेड करने के लिए राज्य सरकार से मिली राशि : प्रभारी सिविल सर्जन

पश्चिमी सिंहभूम जिले के प्रभारी सिविल सर्जन डॉ ओमप्रकाश गुप्ता ने कहा कि हेल्थ सब सेंटर को एचएंडडब्लूसी में तब्दील करने संबंधी राज्य सरकार से फंड प्राप्त हुआ है. इस संदर्भ में सभी प्रखंड के एमओआईसी को स्वास्थ्य केंद्रों को अपग्रेड करने के लिए राशि भेज दी गयी है. पूर्व में एचएंडडब्लूसी के निर्माण में सीएस का नाम लेकर पैसे मांगने की सूचना भी मिली थी. इसे लेकर एक प्रखंड से शिकायत भी मिली थी. जिसके बाद से सभी एमओआइसी को अलर्ट किया है.

Posted By : Samir Ranjan.

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