चंद्रपुरा प्रखंड के गांवों में गहराता जा रहा पेयजल संकट

चंद्रपुरा प्रखंड के गांवों में गहराता जा रहा पेयजल संकट

By Prabhat Khabar | April 17, 2024 12:09 AM

फुसरो नगर. चंद्रपुरा प्रखंड के कई गांवों में पेयजल संकट गहराता जा रहा है. अधिकतर जगह जलापूर्ति योजनाएं व चापाकल खराब हैं. गर्मी शुरू होते ही कुएं, तालाब व अन्य जलस्रोत तेजी से सूख रहे हैं. अलारगो जलापूर्ति योजना भी आठ माह से बंद है. इस योजना से हर घर नल योजना के तहत तारमी, अलारगो, तुरियो, गुंजरडीह आदि पंचायतों के लगभग 900 घरों में कनेक्शन दिया गया है. लेकिन पानी मिल नहीं रहा है. बताया जाता है कि फिल्टर प्लांट में लगा मोटर खराब है और इसके कारण जलमीनार में पानी नहीं चढ़ रहा है. दो माह से विभाग द्वारा मरम्मत का आश्वासन दिया जा रहा है. तारमी मुखिया मंजू देवी, पंसस रवींद्र गिरि, तुरियो मुखिया वीणा देवी, पंसस वीणा गिरि ने बताया कि पिछले दिनों मामले से विभाग के जेइ व एसडीओ को अवगत कराया था. विभाग के साथ बैठक भी की गयी थी. लेकिन अभी तक समस्या दूर नहीं हुई. जलापूर्ति योजना के बंद रहने से खासकर आदिवासी गांवों में पानी की अधिक समस्या है. राजाबेड़ा गांव में कई चापाकल खराब पड़े हैं. भंडारीदह के हेठबेडा गांव में भी पेयजल की भीषण समस्या बनी हुई है. यहां बने मिनी जलमीनार से पानी सप्लाई ठप है. तुरियो के आदिवासी गांव लुपसाडीह, सरैयाटांड़ में भी पानी के लिए लोग भटक रहे हैं. लुपसाडीह के ग्रामीण चटपनिया नाला से पानी लाकर पी रहे हैं. पोखरिया, तुरियो बस्ती, राजाबेड़ा में लगे चापाकलों में लगे सोलर पंप खराब पड़े हैं. कही टंकी फटा है तो कहीं मोटर जल गया है. 15वें वित्त में राशि के अभाव में इनकी मरम्मत पंचायत प्रतिनिधि नहीं कर पा रहे हैं. हेठबेडा के समीप अलारगो जलापूर्ति योजना की मेन पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गयी थी. इसकी मरम्मत करायी गयी है. फिल्टर प्लांट में लगा मोटर खराब है. संवेदक को इसे जल्द चालू करने को कहा गया है. अकीब अहमद, जेइ, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग

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