बताया जाता है सुशीला देवी दिसंबर 2016 में अपने बेटों के पास बंगलौर गयी थी. इस दौरान चोरों ने छत पर चढ़कर ऊपर का दरवाजा तोड़कर नीचे उतर गये. नीचे उतरने के बाद दो दरवाजों का कुंडी तोड़कर बैडरूम में पहुंच गये. यहीं से आलमारी से करीब 2.5 मूल्य के आभूषण सहित अन्य सामानों की चोरी कर ली. श्रीमती देवी ने बताया कि पड़ोसी को मुख्य दरवाजा का चाभी जाते समय देकर गयी थी, लेकिन चोरों ने मुख्य दरवाजा के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की है.
जिसके कारण पड़ोसी को भी घर में चोरी होने की जानकारी नहीं मिल पायी है. उन्होंने बताया की मेरा दोनों बेटे सतीश व संजीव झा बंगलौर में एक निजी कंपनी में काम करते है. उन्हीं के पास गयी थी. श्रीमती देवी के पति स्व. सुशील झा बोकारो के सेवानिवृत्त कर्मचारी है.