अभी हाल ही में सरकार द्वारा किये गये विमुद्रीकरण में बैंक कर्मचारियों-अधिकारियों द्वारा जी-जान लगाकर रात-दिन एक कर सरकार के योजना को सफल किया गया. लेकिन आज तक बहुत सारे बैंकों में उन्हें अतिरिक्त समय का देय मुआवजा/क्षतिपूर्ति तक नहीं दिया जा रहा है. श्री दास ने कहा कि केंद्रीय कर्मचारियों की ही तरह बैंक कर्मियों के ग्रेच्युटी के लाभों में सुधार हो, एनपीएस के बदले डीए लिक्ड पेंशन योजना, अगले वेतन पुनर्रीक्षण प्रक्रिया को शीघ्र प्रारंभ करने व पांच दिवसीय बैंकिंग की व्यवस्था करने की मांग भी हड़ताल में शामिल है. श्री दास ने हड़ताल से आमजनों को हुई तात्कालिक कठिनाई के लिए खेद प्रकट किया.
हड़ताल को सफल बनाने में मुख्य रूप से एसएन दास, कृष्ण मुरारी, धनंजय कुमार, एमएल माहवार, राघव कुमार सिंह, पीके श्रीवास्तव, बिनोद कुमार, राजेश ओझा, विभाष झा, एसपी सिंह, संजीव रंजन शर्मा, प्रदीप कुमार, ओपी वर्णवाल, अवधेश प्रसाद, राजेश श्रीवास्तव, अशोक प्रसाद, मनोज कुमार, सुदीप कुमार पांडेय, प्रदीप बेगी, बीके भट्टाचार्या, राजीव भारद्वाज, प्रदीप झा, राकेश मिश्रा, एसएन ओझा, गजेंद्र कुमार, अनिल कुमार आदि.