जन जागृति अभियान. ‘बेटी बचाओ-सशक्त बनाओ’ पर केंद्रित मारवाड़ी महिला समिति का आयोजन
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महिला शक्तिपूंज है, सिर्फ पहचानने की जरूरत : ज्योति
जन जागृति अभियान. ‘बेटी बचाओ-सशक्त बनाओ’ पर केंद्रित मारवाड़ी महिला समिति का आयोजन भारत माता का सजा है आंगन… स्वागत गीत प्रस्तुत करतीं छात्राएं . चास : महिला शक्तिपूंज है, सिर्फ इस शक्ति को समझने से ही पूरे विश्व में परिवर्तन लाया जा सकता है. ऐसे भी विश्व परिवर्तन की इस बेला में स्वयं भगवान […]
भारत माता का सजा है आंगन… स्वागत गीत प्रस्तुत करतीं छात्राएं .
चास : महिला शक्तिपूंज है, सिर्फ इस शक्ति को समझने से ही पूरे विश्व में परिवर्तन लाया जा सकता है. ऐसे भी विश्व परिवर्तन की इस बेला में स्वयं भगवान ने मातृ शक्ति का विशेष रूप से आह्वान किया है. यह कहना है प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के प्रचारक ज्योति दीदी का. वह रविवार को चास बोकारो महिला मारवाड़ी समिति की ओर से मारवाड़ी पंचायत भवन में बेटी बचाओ सशक्त बनाओ जन जागृति अभियान के तहत बोल रहीं थीं. कहा कि नारी सहज ही स्वर्ग का द्वार बन सकती है. ऐसे भी नारी में ही दया, त्याग व नि:स्वार्थ सेवा भाव आदि कई सद्गुण स्वाभाविक रूप से होते हैं. इनके बिना विश्व कल्याण का श्रेष्ठ कार्य असंभव है.
मातृ शक्ति से ही आ सकता है विश्व में परिवर्तन : प्रचारक कानन दीदी ने कहा कि मातृ शक्ति से कोई भी शक्ति नहीं है. इस शक्ति को महिलाओं को पहचाने की जरूरत है. इस शक्ति को भगवान ने भी महत्व दिया है. इसलिए महिलाओं को अंदर छिपी हुई विशेषताओं को पहचानने की जरूरत है. तभी विश्व में परिवर्तन ला सकते हैं. प्रचारक कुसुम दीदी ने कहा : महिलाओं को अपनी शक्ति को पहचानने की जरूरत है. ऐसे भी महिला त्याग, तपस्या व सेवा की प्रतिमुक्ति होती है. परमपिता परमात्मा को पहचानने की जरूरत है. तभी विश्व में परिवर्तन लाया जा सकता है.
बेटियों को संस्कारी बनाने की जरूरत : डॉ परिंदा
राष्ट्रीय विकास समिति की केंद्रीय अध्यक्ष डॉ परिंदा सिंह ने कहा : महिला त्याग व सेवा की भाव से विश्व में परिवर्तन ला सकती है. इसलिए सभी को अपनी बेटियों में संस्कार बनाने की जरूरत है. ऐसे भी इतिहास गवाह है कि महिलाओं के बल पर ही धरती पर परिवर्तन आया है. इन दिनों बेटियां व महिला सुरक्षित नहीं है. आज भी लैंगिंक भेदभाव, शोषण, अत्याचार, कन्या भ्रूण हत्या व दहेज प्रथा जैसी बुराइयां चरम पर है. इससे निजात पाने के लिए महिलाओं को संगठित होकर काम करना चाहिए.
उत्थान में सभी के सहयोग की जरूरत : गंगा
पूर्व नप अध्यक्ष गंगा देवी भालोटिया ने कहा : सरकार की ओर से नारी कल्याण के लिए कई योजनाएं चलायी जा रही है. लेकिन समानता के अभाव में आज भी महिलाओं को अधिकार नहीं मिल रहा है. इस दिशा में महिलाओं को संगठित होकर काम करना चाहिए. मारवाड़ी महिला समिति अध्यक्ष काजल भालोटिया ने सभी का स्वागत किया. मौके पर रितु रानी सिंह, गोपाल मुरारका, प्रयाग केजरीवाल, उमा मनकसिया सहित अन्य मौजूद थे.
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