बोकारो: भारत के उत्तर-पश्चिमी इलाके ही तय करते हैं कि झारखंड में ठंड का आलम क्या होगा. जितनी बर्फबारी जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और हिमालय के दूसरे सुदूर इलाकों में होगी, उतनी ही तेज शीतलहरी झारखंड, यूपी और बिहार के आस-पास के इलाकों में चलेगी. पिछले साल की तुलना में देखा गया कि इस साल दिसंबर में उन इलाकों में उतनी बर्फबारी नहीं हो पायी, जितनी पिछले साल हुई थी. इस वजह से दिसंबर माह में झारखंड में ठंड उतनी नहीं पड़ी जितनी पड़नी चाहिए. पर जनवरी माह के प्रवेश करते ही इन इलाकों में जम कर बर्फबारी हो रही है.
इस वजह से झारखंड में हाड़ कंपाने वाली ठंड है. इतना ही नहीं जनवरी में जैसे लगातार बर्फबारी होनी चाहिए, वो भी नहीं हो रही है. रुक-रुक कर बर्फबारी होने के कारण झारखंड में कभी धूप तो कभी कड़ाके की ठंड पड़ रही है. बताया जा रहा है कि 31 जनवरी तक कमोबेश यही स्थिति रहेगी. इस कारण ठंड से राहत भी हमें हर बार की तरह 14 जनवरी के बाद नहीं बल्कि 31 जनवरी के बाद मिलने की उम्मीद है.