मुम्बई : अनुपम खेर अपने आत्मकथात्मक नाटक ‘कुछ भी हो सकता है’ का 300 वां शो पूरा करने जा रहे हैं और इस अभिनेता ने यह सफलता अपने दिवंगत पिता पुष्कर नाथ खेर को समर्पित की है.
खेर (58 वर्ष) बताते हैं कि इस एक व्यक्ति आधारित आत्मकथात्मक नाटक में दर्शाया गया है कि एक छोटे से शहर शिमला का रहने वाला कश्मीरी पंडित परिवार का एक आम लड़का कैसे जीवन में बड़ी उंचाई को छूता है. खेर ने ट्विटर पर लिखा है, ‘‘आज रात मेरे नाटक ‘कुछ भी हो सकता है’ का 300 वां शो है और मैं इसे अपने पिता के दर्शन ‘जीवन शिकायत करने के लिए काफी छोटा है’ को समर्पित करता हूं.’’