बाइक के सामने खड़े होकर बिना कुछ कहे या संभलने का मौका दिये बिना तीनों एक साथ टार्गेट कर ताबड़-तोड़ गोलियां चलाने लगे. वीरेंद्र सिंह बाइक से नीचे गिरे तो एक अपराधी ने राजू को टार्गेट कर गोली चलायी. गोली राजू की पीठ में लगी. वह भी बाइक से नीचे गिर गया. इसके बाद तीनों अपराधी पैदल ही भीड़ के बीच से निकल कर चले गये.
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फॉलो अप: मृतक वीरेंद्र सिंह के साला ने पुलिस के समक्ष बयान में बताया, पिस्तौल लेकर आये सामने से तीन अपराधियों ने मारी थी गोली
बोकारो: रेलवे ठेकेदार वीरेंद्र सिंह की हत्या करने आये तीन अपराधी उन्हें अच्छी तरह से पहचानते थे. गत 27 जनवरी की शाम साढ़े छह बजे वह सेक्टर नौ हटिया मोड़ से सब्जी खरीद कर बाइक से लौट रहे थे. इसी दौरान तीन अपराधी सामने से पैदल आये. बिल्कुल सामने से ताबड़-तोड़ गोलियां दाग कर बाइक […]
बोकारो: रेलवे ठेकेदार वीरेंद्र सिंह की हत्या करने आये तीन अपराधी उन्हें अच्छी तरह से पहचानते थे. गत 27 जनवरी की शाम साढ़े छह बजे वह सेक्टर नौ हटिया मोड़ से सब्जी खरीद कर बाइक से लौट रहे थे. इसी दौरान तीन अपराधी सामने से पैदल आये. बिल्कुल सामने से ताबड़-तोड़ गोलियां दाग कर बाइक चला रहे वीरेंद्र सिंह की हत्या कर दी. बाइक पर पीछे बैठे उनके साला राजू सिंह को भी अपराधियों ने गोली मारी. बचने के क्रम में गोली राजू की पीठ में जा लगी. यह खुलासा रांची स्थित मेदांता अस्पताल में भरती स्व. वीरेंद्र सिंह के साला राजू सिंह ने हरला थाना के पुलिस अधिकारी के समक्ष किया है.
रांची जाकर पुलिस ने दर्ज किया बयान : अपराधियों की गोली से गंभीर रूप से जख्मी राजू का इलाज फिलहाल रांची स्थित मेदांता अस्पताल के आइसीयू में चल रहा है. राजू ठेकेदार की हत्या का चश्मदीद गवाह है. इस कारण पुलिस ने राजू को सुरक्षा-व्यवस्था भी मुहैया करायी है. उसके बयान पर हरला थाना में शुक्रवार को वीरेंद्र सिंह की हत्या का मामला दर्ज किया गया है. मामले में अज्ञात तीन अपराधियों को अभियुक्त बनाया गया है. उसने बताया कि वीरेंद्र सिंह की हत्या करने आये तीनों अपराधियों के हाथ में पिस्तौल था.
बाइक के सामने खड़े होकर बिना कुछ कहे या संभलने का मौका दिये बिना तीनों एक साथ टार्गेट कर ताबड़-तोड़ गोलियां चलाने लगे. वीरेंद्र सिंह बाइक से नीचे गिरे तो एक अपराधी ने राजू को टार्गेट कर गोली चलायी. गोली राजू की पीठ में लगी. वह भी बाइक से नीचे गिर गया. इसके बाद तीनों अपराधी पैदल ही भीड़ के बीच से निकल कर चले गये.
शहनवाज गिरोह पर पुलिस को शक
पुलिस इस मामले में वीरेंद्र सिंह गुट के विरोधी व चास जेल में बंद कुख्यात अपराधी मो शहनवाज से पूछताछ करेगी. उसे कोट से रिमांड पर लेने की तैयारी चल रही है. इधर, वीरेंद्र सिंह की पत्नी पूनम देवी ने शुक्रवार को हरला थाना में आवेदन दिया है. इसमें बताया है कि शहनवाज हुसैन के इशारे पर उसके तीन शूटरों ने पति वीरेंद्र सिंह की हत्या की है. उसके शूटर आरजू मलिक, जालीम व तबारक ने सरेआम गोली मार कर पति की हत्या कर दी है. आवेदन की प्रतिलिपि सिटी डीएसपी को भी दी गयी है.
वीरेंद्र था अमरेंद्र का सहयोगी
रेलवे ठेका में वर्चस्व को लेकर वीरेंद्र सिंह व मो. शहनवाज के बीच पुरानी रंजिश बतायी जाती है. बताया जाता है कि मृतक वीरेंद्र सिंह हजारीबाग जेल में बंद कुख्यात अपराधी अमरेंद्र तिवारी का सहयोगी था. रेलवे ठेका में गुंडा टैक्स की वसूली को लेकर मो. शहनवाज ने लगभग तीन वर्ष पूर्व वीरेंद्र सिंह के घर के समक्ष उनके भाई अजय सिंह को गोली मार कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया था. पुलिस फिलहाल इस मामले में शहनवाज गिरोह से जुड़े अपराधियों की धड़-पकड़ के लिए छापेमारी कर रही है.
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