बोकारो : सामाजिक-आर्थिक गणना को आधार मानकर सरकार ने राशन कार्ड का मानक तय किया. ऐसा लगा उन लोगों को खाद्य सुरक्षा की गारंटी हो जायेगी, जिनको वास्तव में जरूरत है. लेकिन, किसी का दो कार्ड बन गया तो किसी का बना ही नहीं. जिला निगरानी व अनुश्रवण समिति की बैठक में भी गोमिया विधायक योगेंद्र महतो व डुमरी विधायक जगरनाथ महतो यह मामला उठा चुके हैं. हालांकि ऐसी स्थिति पूरे राज्य में है.
केवल बोकारो जिला में दो लाख 56 हजार 430 कार्ड बनाये गये, पूरी तरह जांच करा दी जाये तो पता चलेगा कि 10 से 20 फीसद त्रुटिपूर्ण है. अभी तो एक-दो मामले ऐसे भी आए हैं, जो यहां रहते नहीं उनका भी कार्ड बन गया.