रांची : आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच एवं अन्य संगठनों के तत्वावधान में स्थानीयता के मुद्दे पर 29 दिसंबर को झारखंड बंद का आह्वान किया गया है. 16 दिसंबर को इसी मुद्दे को लेकर विधानसभा मार्च भी किया जायेगा. बंद को सफल बनाने के लिए राज्य भर में 18 दिसंबर से दौरा शुरू किया जायेगा.
यह जानकारी रविवार को मंच के राजू महतो, प्रेमशाही मुंडा, शीतल अोहदार, फूलचंद तिर्की, कुलन पतरस आईंद, अंथन लकड़ा सहित अन्य ने संवाददाता सम्मेलन में दी. राजू महतो ने कहा कि झारखंड सरकार ने आदिवासी मूलवासी जनता की भावनाअों पर कुठाराघात किया है. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पूर्व में आश्वासन दिया था कि 15 नवंबर तक स्थानीय नीति की घोषणा कर दी जायेगी. पर यह आश्वासन पूरा नहीं हुआ.
प्रेमशाही मुंडा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने संवैधानिक पद पर रहकर झूठा आश्वासन दिया है. झारखंड में सरकार नाम की चीज नहीं रह गयी है. स्थानीय नीति हमारा मुख्य मुद्दा है. इसके अलावा कई अौर मुद्दे हैं जिनकों लेकर आंदोलन जारी रहेगा. इनमें झारखंड आंदोलनकारी चिह्नितीकरण में पारदर्शिता लाने, नौ जनजातीय अौर क्षेत्रीय भाषाअों को लागू करना, पारा शिक्षकों को नियमित करना व पलायन अौर विस्थापन पर रोक लगाना शामिल है. वक्ताअों ने कहा कि स्मार्ट सिटी के निर्माण में अगर झारखंडी मूलवासी जनता का विस्थापन हुआ तो उसका भी विरोध किया जायेगा.