बोकारो: राजनीति में समझौता होते रहता है. इसके बाद फिर बातें होती है और मामला सुलझ जाता है. देवघर के सारठ विधानसभा क्षेत्र से रांची जाते वक्त अपने बोकारो प्रवास के दौरान झारखंड विधानसभा अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता ने उक्त बातें उस समय कही, जब उनसे पूछा गया कि क्या पिछली बार 28-28 महीने के करार पर सरकार गिर गयी थी और इस बार लोकसभा सीट के लिए गिरेगी. उन्होंने दुहराया कि : इसे सौदेबाजी न कह कर समझौता कह सकते हैं. इस सरकार के बनने से पहले समझौता हुआ है. क्या समझौता हुआ है वो ऊपर लेवल की बात है.
वह इस बारे में कुछ नहीं जानते. लोकसभा सीटों के बंटवारे पर श्री भोक्ता ने कहा : करार 10-4 सीट पर हुआ है या फिर 8-6 पर. इस बात को मीडिया अपने तरीके से उछाल रहा है. चुनाव के वक्त यह साफ हो जायेगा कि आखिर कितनी सीटों पर करार हुआ है. उन्होंने कहा : वैसे विधानसभा अध्यक्ष होने के नाते मैं पार्टी के बारे कुछ ज्यादा नहीं बोलूंगा. शेष 15 पर रही विधानसभा की बात तो मैंने वहां का सारा सिस्टम चेंज कर दिया है.
अब विधानसभा में किसी भी फरियादी के आवेदन पर महज 15 दिनों में काम होता है. सरकार पर किसी तरह के खतरे से इनकार किया. कहा : सरकार विकास के लिए प्रतिबद्ध है. सरकार पर समर्थक पार्टी के बयानबाजी पर उन्होंने कहा : यह बयानबाजी जल्द ही समाप्त हो जायेगी. पार्टी शीर्ष अधिकारियों ने बयानबाजी पर नकेल कसना शुरू कर दिया है. पत्रकार वार्ता में उनके साथ बोकारो झामुमो महानगर अध्यक्ष मंटू यादव भी मौजूद थे.