बोकारो: तीन महीना देर से हुई प्रशासन के साथ बैंकों की बैठक में आंकड़ों से पता चलता है कि जिले में सबसे ज्यादा ऋण स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने दिया है. बोकारो समाहरणालय के सभाकक्ष में डीसी उमाशंकर सिंह की अध्यक्षता में हुई डीएलसीसी की बैठक में यह जानकारी अग्रणी बैंक प्रबंधक (एलडीएम) ने दिया. बैठक में बैंकों के आला अधिकारियों के अलावा प्रशासन के भी कई अधिकारी मौजूद थे. बैठक 30 जून को होने वाली थी, पर डीसी के नहीं रहने के कारण बैठक में देर हुई. गौरतलब है कि जिला प्रशासन हर बैंक को सालाना ऋण देने का लक्ष्य देता है.
इसकी समीक्षा जिला स्तर पर हर तीन महीने में डीसी करते हैं. पहली तीमाही में सालाना टारगेट का 15, दूसरी में 40, तीसरी में 70 और चौथी में 100 फीसदी टारगेट पूरा करना अनिवार्य होता है. बोकारो जिले में बैंकों का सालाना टारगेट 1395 करोड़ है.
पहली तिमाही में बोकारो के सभी बैंकों ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए 15 फीसदी (209.25 करोड़) के बजाय 26 फीसदी टारगेट पूरा किया (365.20) करोड़ लोन बांटे. जिला प्रशासन ने जरूरी लोन (प्रॉयरिटी सेक्टर लोन) का लक्ष्य पहली तिमाही के लिए 140 करोड़ रखा था, जबकि बैंकों ने 148.94 करोड़ लोन बांटा. मतलब 16 फीसदी.