बोकारो: झारखंड में भ्रष्टाचार की रोकथाम की जगह सियासी नफा-नुकसान के गणित को ज्यादा तवज्जों दिया जाता है. भ्रष्टाचार का घुन झारखंड बनने के शुरुआती दौर में लग गया था, जो आज महामारी का रूप ले लिया है. ये बातें जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक चौधरी ने बुधवार को डीसी कार्यालय के समक्ष पार्टी के एकदिवसीय धरना में बतौर मुख्य अतिथि कही.
इस दौरान बोकारो जिला को अविलंब सूखाग्रस्त घोषित करने, चास पेयजल योजना को धरातल पर उतारने, चास-बोकारो में नियमित विद्युत आपूर्ति करने, बोकारो में उच्चतर शिक्षण संस्थान खोलने, माराफारी व पिंड्राजोरा को प्रखंड का दर्जा देने, पारा शिक्षकों का मानदेय 1500 रुपया करने, बोकारो शहरी इलाकों में गरीबों का बीपीएल सर्वे करने सहित 15 सूत्री मांग की गयी. अध्यक्षता जिलाध्यक्ष किरण चंद्र बाउरी व संचालन गिरीश शर्मा ने किया.
ये थे उपस्थित
नेपाल महतो, प्रवीण कुमार, राजू महतो, सुभाष महतो, अजरुन रजवार, बाल्मिकी सिंह, बलदेव रजवार, अमरनाथ पटेल, पानू महतो, श्रीपति रजवार, कन्हाई महतो, राम प्रसाद महतो, डॉ सिद्धेश्वर प्रसाद, नरेश प्रसाद, सत्येंद्र कुमार, विश्वनाथ चौधरी, ललन यादव, रमेश यादव, बड़क साव, राजू बच्चन, रामा सिंह, अवधेश कुमार, अशोक राय, आलोक कुमार, एसएन सिंह, तारकेश्वर प्रसाद, शत्रुघन बाउरी, चंद्रदीप शर्मा, रामबली पासवान, दुलाल महतो, चांदू महतो, गौर चांद महतो, आनंद मिश्र, नीलकमल चक्रवर्ती, अशोक मंडल.