बोकारो. विषम परिस्थिति में एआरएस के गौरव विशाल व अमर कुमार का हौसला नहीं टूटा. इन्होंने जेइइ मेंस व झारखंड कंबाइड में सफलता प्राप्त की है. घर के आर्थिक हालत ठीक नहीं थे, नर्सरी से 12वीं तक नि:शुल्क शिक्षा दे विद्यालय प्रबंधन ने भी सहारा दिया. विद्यालय प्रबंधन ने आगे की पढ़ाई के लिए भी आर्थिक मदद का भरोसा दिया है. गौरव क ो बिहार कंबाइन में 14वां स्थान व झारखंड कंबाइड में 42वां स्थान मिला है.
अमर को झारखंड कंबाइन में 299वां स्थान मिला. गौरव ने आइआइटी मेंस में 173 मार्क्स पाया है. अमर ने 150 मार्क्स प्राप्त किया. दोनों छात्र सफलता के लिए स्कूल निदेशक रामलखन यादव उर्फ लाल बाबू को श्रेय देते हैं. सोमवार को स्कूल के निदेशक श्री यादव ने दोनों छात्रों को उपहार देकर सम्मानित किया.
इनकम टैक्स ऑफिसर बनना चाहता है अमर : अमर कुमार इनकम टैक्स ऑफिसर बनना चाहता है. अमर पिता के आर्थिक हालात से सीख लेकर मेहनत करता था. रूटिन बनाकर हर दिन अमर 08 से 10 घंटा पढ़ता था. कहता है : संघर्ष के दौर में पिता की बातें प्रेरित करती हैं. गौरव हर दिन नियमित ढंग से चार घंटा पढ़ता था, जबकि छुट्टी के दौरान 10 से 12 घंटा सेल्फ स्टडी करता था. गौरव को नेशनल टैलेंट सर्च एग्जाम की ओर से 1000 रुपया प्रति माह स्कॉलरशिप मिलती है. पड़ोसी विपिन कुमार (आइआइटी, दिल्ली) से प्रेरित हो कर वह मेहनत करता था.