बैठक की शुरुआत पेयजल व स्वच्छता विभाग से की गयी. उन्होंने विभाग के कनीय अभियंता अशोक झा से फतेहपुर जलापूर्ति योजना से पानी की आपूर्ति नहीं का कारण पूछा. मामले में उन्होंने 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया. बैठक में ढाई घंटे देर से कार्यपालक अभियंता संजय शर्मा के पहुंचने पर मंत्री काफी नाराज हुए. फतेहपुर जलापूर्ति योजना तथा सिंहडीह से लेकर भोजुडीह गौरीग्राम तक दामोदर किनारे बसे गांवों में पानी की समस्या से निजात दिलाने के की गयी कार्रवाई के बारे में पूछा. इस पर कार्यपालक अभियंता जवाब नहीं दे पाये. मंत्री ने उनसे भी बुधवार तक स्पष्टीकरण मांगा.
बिजली विभाग के किसी अधिकारी के उपस्थित नहीं रहने पर मंत्री ने उपायुक्त से दूरभाष पर बात की और अनुपस्थित अधिकारियों को शो-कॉज करने का निर्देश दिया. कहा : ऊर्जा मंत्री ने 31 जून तक राज्य के सभी बिजली विहीन गांवों तक बिजली पहुंचाने का निर्णय लिया है. इसके लिए सारी सामग्री भी उपलब्ध करा दी गयी है. अब सीओ-बीडीओ का काम कि उसकी मॉनीटरिंग कर 31 जून तक काम पूरा करायें. मंत्री ने मजदूरों से अपील की कि वह दूसरे राज्य में काम करने जाने से पहले श्रम विभाग में निबंधन करायें. दूसरे राज्य में कोई दुर्घटना होने की स्थिति में निबंधित मजदूर के परिजनों को डेढ़ लाख रुपये मुआवजा देने का प्रावधान है.