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डीएवी सिर्फ स्कूल नहीं, प्रगति का पैमाना

बोकारो: डीएवी सिर्फ एक स्कूल नहीं, बल्कि प्रगति का पैमाना है. विकसित सोच के कारण ही डीएवी पहले स्कूल फिर कॉलेज व अब विश्वविद्यालय का रूप धारण करने में कामयाब हुआ है. आगे भी विकास जारी रहेगा. ये बाते डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमेटी के निदेशक (पीएस- 1) जेपी सूर ने कही. वह शुक्रवार को डीएवी- […]

बोकारो: डीएवी सिर्फ एक स्कूल नहीं, बल्कि प्रगति का पैमाना है. विकसित सोच के कारण ही डीएवी पहले स्कूल फिर कॉलेज व अब विश्वविद्यालय का रूप धारण करने में कामयाब हुआ है. आगे भी विकास जारी रहेगा. ये बाते डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमेटी के निदेशक (पीएस- 1) जेपी सूर ने कही.

वह शुक्रवार को डीएवी- 4 में प्रेस को संबोधित कर रहे थे. इससे पहले डीएवी – धनबाद जोन के प्राचार्यो की बैठक जेपी सूर की अध्यक्षता में हुई. प्राचार्यो को सीबीएसइ गाइड लाइंस के अनुसार शिक्षा बहाल व शिक्षक- शिक्षिकाओं को सीबीएसइ मापदंड के अनुसार वेतन देने का निर्देश दिया गया.

अपग्रेड होंगे पुराने स्कूल
श्री सूर ने कहा : हाल के वर्षो में डीएवी संस्था नये स्कूल का निर्माण नहीं करेगी, बल्कि दौड़ में पिछड़े पुराने स्कूल को अपग्रेड किया जायेगा, ताकि हर जगह बेहतर शिक्षा प्रदान की जा सके. कहा : आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा की ओर से आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए विशेष व्यवस्था होगी. जिससे फी के साथ- साथ यूनिफॉर्म भी मुहैया करवाया जायेगा. कहा : उच्च शिक्षा के लिए छात्रों को भटकना नहीं पड़े इसी उद्देश्य से डीएवी ने जालंधर, पंजाब में विश्वविद्यालय खोला है. साथ ही कई इंजीनियरिंग कॉलेज भी खोला गया है.
डीएवी स्टूडेंट्स को टिकट टू ओलिंपिक
श्री सूर ने कहा : शिक्षा के अलावा खेल कूद में भी छात्र कैरियर बना सके, इसके लिए खेल मंत्रलय से बात हो रही है. डीएवी नेशनल स्पोर्ट्स में भाग लेने वाले छात्र को विश्व स्तरीय मंच दिया जा सके, इस दिशा में प्रयास किया जा रहा है. कहा : जल्द ही सकारात्मक फैसला होने का अनुमान है. इसके बाद छात्र ओलिंपिक जैसे विश्वस्तरीय खेल में भी हिस्सा ले पायेंगे. कहा : हर स्कूल में प्ले ग्राउंड की व्यवस्था की जायेगी. साथ ही स्पोर्ट्स में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जायेगा.
नयी ऊर्जा का संचार : अरुण कुमार
डीएवी- 04 के प्राचार्य अरुण कुमार ने कहा : श्री सूर के दिशा- निर्देश के बाद शिक्षक- शिक्षिकाओं में नये ऊर्जा का संचार हुआ है. इसका सीधा असर छात्रों पर होगा. बेहतर शिक्षा के लिए कई निर्देश दिये गये हैं, जिसे अक्षरश: अनुपालन किया जायेगा. छात्रों की ताकत व कमजोरी को ध्यान में रख कर पढ़ाई की जायेगी. कमजोर छात्र के लिए विशेष क्लास की व्यवस्था की जायेगी. स्कूल में बच्चों को स्मार्ट क्लास सहित अन्य अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है.

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