बोकारो: फरजी सीबीआइ अधिकारी बन कर कोल अधिकारियों को धमकी देकर रिश्वत मांगने के आरोपी दो लोगों को जबलपुर सीबीआइ ने गिरफ्तार कर लिया है. जबलपुर सीबीआइ के अधिकारियों ने धनबाद सीबीआइ की मदद से बेरमो के कथारा ओपी अंतर्गत कॉलोनी संख्या तीन आवास संख्या 209 निवासी सुभाष विश्वकर्मा व चास के मुसलिम मुहल्ला निवासी नौशाद आलम को गिरफ्तार किया. दोनों को सीबीआइ टीम अपने साथ जबलपुर ले गयी.
सुभाष विश्वकर्मा सीसीएल का ठेकेदार है, जबकि उसका सहयोगी नौशाद आलम वाहन मिस्त्री है. जबलपुर सीबीआइ ने मध्य प्रदेश सिंगरौली प्रोजेक्ट, झींगुरदा स्थित नॉर्दन कोल फील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के वरीय प्रबंधक (वित्त) शंकर चंद्र सांत्र की शिकायत पर मामला दर्ज किया है.
शंकर चंद्र सांत्र ने फरजी सीबीआइ अधिकारियों पर केस मैनेज करने के नाम पर तीन लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है. यह मामला आरसी 09 (ए)/2013 के तहत दर्ज है. अभियुक्तों ने मध्य प्रदेश के अलावा बेरमो के भी कई सीसीएल अधिकारियों को घुसखोरी के मामले में जेल भेजने की धमकी देकर लाखों रुपये की ठगी की है. अधिकारियों से ठगी के दौरान सुभाष विश्वकर्मा खुद को सीबीआइ इंस्पेक्टर व उसका सहयोगी नौशाद आलम सीबीआइ कर्मचारी बताता था.