श्री सिंह ने कहा : विपरीत परिस्थिति में दिमाग शांत रख कर फैसला लेने से हल निकाला जा सकता है. ड्रील के बाद दौरान ओएनजीसी में निबंध, पोस्टर व क्वीज प्रतियोगिता करायी गयी.
इसे प्राथमिक इलाज के बाद बीजीएच रेफर कर दिया गया. इस दौरान हर कर्मी को अग्निशामक उपकरण को हैंडल करने का गुर सिखाया गया. मौके पर ओएनजीसी के अग्निशमन प्रभारी सुरेंद्र यादव, झारखंड अग्निशमन से आरके तिवारी व बीएसएल के कई अधिकारी मौजूद थे.