बोकारो: गंदगी और बजबजाती नाली, यह पहचान बन गयी है माराफारी पुनर्वास पंचायत के सिंह टोला व केवट-साह टोला की. इस हालत का कारण साफ-सफाई का अभाव, कूड़ेदान की कमी है.
पंचायत का अधिकतर टोला बीएसएल द्वारा बसाया गया है. यहां विस्थापित रहते हैं. पंचायत में शामिल होने के बाद भी इस क्षेत्र का विकास नहीं हुआ. अधिकतर टोला में पीसीसी पथ तक नहीं है.
लोगों में पंचायत प्रतिनिधि व जनप्रतिनिधियों के प्रति काफी रोष है. बार-बार गुहार लगाने के बावजूद लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है. अगर नाली व संपर्क पथ (कच्ची सड़क) की साफ -सफाई नहीं हुई, तो महामारी भी फैल सकती है.