– सुनीलतिवारी–
शिक्षा मंत्रालय ने सीबीएसइ व दूसरे एजुकेशन बोर्ड को जारी किये निर्देश
बोकारो : वाटर मैनेजमेंट को स्कूल एजुकेशन में खास जगह देने के लिए केंद्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सीबीएसइ व दूसरे एजुकेशन बोर्ड को जरूरी दिशा–निर्देश जारी किये हैं. सरकार चाहती है कि युवाओं को वाटर सेक्टर की समस्याओं और सॉल्यूशन के बारे में स्कूल स्तर से ही बताया जाये, ताकि उनके सहयोग से समाज को जागरूक किया जा सके.
नेशनल नॉलेज कमिशन ने एक नॉन प्रॉफिट ट्रस्ट के साथ मिल कर ‘स्कूल्स.इंडियावाटरपोर्टल.ओआरजी’ नाम से पोर्टल तैयार किया है. इसके एनसीइआरटी के सिलेबस के अनुरूप तैयार किया गया है. इस पोर्टल के जरिए वाटर एजुकेशन को रोचक ढंग से पढ़ाने के तरीके बताये गये हैं.
कमिशन की इस पहल के बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एजुकेशन बोर्ड से कहा है कि स्कूलों में वाटर मैनेजमेंट के एजुकेशन को नया रूप दिया जाये, जिससे स्टूडेंट्स नए–नए प्रोजेक्टों में हिस्सा ले सकें. पानी की गंभीर होती समस्या का हल करने में युवाओं का सहयोग लिया जा सके.
साइंस, सोशल साइंस, लैंग्वेज, मैथ्स या एनवायरनमेंट एजुकेशन हो, सभी सब्जेक्ट में वाटर एजुकेशन का महत्व होता है. शिक्षा निदेशालय ने भी अपने सभी स्कूलों को इस पोर्टल का यूज करने को कहा है. इस पोर्टल का मेटेरियल मुफ्त में डाउन लोड किया जा सकता है. टीचर्स इस पोर्टल के जरिये नये आइडिया ले सकते हैं और उन्हें क्लास रूम में लागू कर सकते हैं. अब स्ट्रीट प्ले, ड्राइंग, खेलकूद के जरिए वाटर मैनेजमेंट की पढ़ाई होगी, जिससे विषय और भी रोचक होगा.