यह बातें कैंप दो स्थित सीएस कार्यालय में बुधवार को प्रेस वार्ता में सीएस डॉ एसबीपी सिंह ने कही. उन्होंने कहा : हर बुखार व सर्दी-खांसी के मरीज में स्वाइन फ्लू के लक्षण नहीं हो सकते हैं. हां, यदि किसी को लक्षण लगे, तो निश्चित रूप से सीएस, एसीएमओ, डीएस से संपर्क करे.
उनके रक्त के नमूने लेकर रांची भेजे जायेंगे, जो दिल्ली, कोलकाता व पुणो में जांच के बाद ही पुष्टि हो सकेंगे. इस संबंध में यदि कोई लैब आपको स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि स्थायी स्तर पर करता है, तो वह गलत है. स्वाइन फ्लू से डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि उससे सतर्क रहने की जरूरत है. स्वाइन फ्लू से निबटने के लिए आरआरटी (रेपिड रिस्पांस टीम) का गठन किया गया है. इसमें डीएमओ एके पोद्दार, डॉ मैथली ठाकुर, डॉ संजय कुमार व जिला महामारी विशेषज्ञ पवन श्रीवास्तव, एलटी जय कुमार को शामिल किया गया है. ये सभी स्वास्थ्य विभाग से प्रशिक्षण प्राप्त हैं. मौके पर सदर डीएस डॉ अजरुन प्रसाद, डीएमओ एके पोद्दार, डीटीओ डॉ एके सिंह, डॉ बीपी गुप्ता, डॉ मैथली ठाकुर, डॉ संजय कुमार, पवन कुमार श्रीवास्तव आदि मौजूद थे.