बोकारो: चास के भोजपुर कॉलोनी निवासी रेलवे कर्मचारी दिनेंद्र कुमार चंद्रमा (40 वर्ष) की मौत के 78 दिनों बाद चास थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है. दिनेंद्र की मौत विगत 30 अक्तूबर को इलाज के दौरान बीजीएच में हो गयी थी. दिनेंद्र की मौत के दूसरे दिन उसके पिता चास के भोजपुर कॉलोनी निवासी राम शरण मिस्त्री ने पुलिस के समक्ष बयान दर्ज कराया था. बयान में उन्होंने दिनेंद्र की पत्नी व ससुराल पक्ष के अन्य सदस्यों पर जहरीला पदार्थ खिला कर हत्या करने का आरोप लगाया था. इसके बाद भी चास पुलिस ने घटना में हत्या का मामला दर्ज नहीं किया था.
लखनऊ रेलवे स्टेशन में कार्यरत था दिनेंद्र : मृतक के पिता द्वारा दिये गये बयान के आधार पर सेक्टर चार ए, आवास संख्या 2252 निवासी मृतका की पत्नी उषा देवी, ससुर कपिल देव प्रसाद, सास सुमित्र देवी व साला ब्रजेश कुमार को अभियुक्त बनाया गया है. दिनेंद्र कुमार लखनऊ रेलवे स्टेशन का कर्मचारी था. उसका विवाह उषा देवी के साथ वर्ष 2004 में हुआ था. विवाह के बाद दिनेंद्र अक्सर अपनी ससुराल आता-जाता था. 25 अक्तूबर 2014 को दिनेंद्र छठ पर्व के मौके पर अपनी पत्नी व दो बच्ची को लेकर बोकारो आया था. सेक्टर चार ए, आवास संख्या 2252 स्थित ससुराल दिनेंद्र की ससुराल में छठ हो रहा था.
29 व 30 अक्तूबर को वह अपने ससुराल में ही रहा. 30 अक्तूबर की रात साढ़े छह बजे ससुराल पक्ष के सभी सदस्य एक कार में बैठा कर दिनेंद्र को चास के भोजपुर कॉलोनी स्थित उसके घर लाये. दिनेंद्र को कार से घर के पास उतार कर सभी चले गये. कुछ देर के बाद दिनेंद्र शौच गया. शौच से बाहर आने के बाद अपनी माता को बताया कि उसका तबीयत खराब लग रहा है.
कुछ देर के बाद दिनेंद्र की तबीयत काफी खराब होने लगी. दिनेंद्र के पिता टेंपो से उसे बोकारो जेनरल अस्पताल ले गये. यहां इलाज के दौरान रात नौ बजे उसकी मौत हो गयी. पिता ने दावा किया है कि ससुराल पक्ष के सभी सदस्यों ने दिनेंद्र को विषैला पदार्थ खिला कर घर पहुंचा दिया. इस कारण उसकी मौत हो गयी. पुलिस घटना के 78 दिनों बाद मामला दर्ज कर अनुसंधान में जुटी है.