नयी दिल्ली: अभिनेता सैफ अली खान दुर्लभ घड़ियों के बेहद शौकीन हैं और उन्हें लगता है कि बॉलीवुड के उनके कैरियर ने ही उन्हें इन दुर्लभ घड़ियों का शौकीन बनाया.
सैफ को उनकी पहली घड़ी उनके क्रिकेटर पिता मंसूर अली खान पटौदी ने दी थी. सैफ का कहना है कि फिल्मों में आने से पहले कोई कीमती घड़ी नहीं थी.
अब हालात यह हैं कि अपनी हर फिल्म को ध्यान में रखकर वे ऐसी दुर्लभ घड़ियां खरीदते हैं जो उनके चरित्र के साथ मेल खाती हों.सैफ ने त्रैमासिक पत्रिका वाच टाइम इंडिया को कीमती घड़ियों पर दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘फिल्मों के साथ मेरी घड़ियों का संग्रह भी बढ़ता गया विशेषकर इन छह से दस सालों में. पीरियड फिल्म परिणीता के लिए मैंने वैचेरॉन कॉन्सटैनटिन पैटरीमोनी और एक 1962 की विंटेज ओमेगा घड़ी ली थी.’’
पत्रिका के आवरण पर अभिनेता की तस्वीर भी छपी है. अभिनेता के पास घड़ियों का अच्छा खासा संग्रह है जिनमें ए लेंज एंड सॉनी, पाटेक फिलिप, जैगर-लीकोल्तर, आईडब्ल्यूसी, ब्रीटलिंग, शैफर्ड, यूलिसे नार्दिन, पाईगेट, ओमेगा, रॉलेक्स, बुल्गारी और कार्टियर की घड़ियां शामिल हैं. इसके अलावा एचएमटी, स्वाच और कैसियो की भी घड़ियां हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘सभी अपनी जगह पर रखी रहती हैं… कभी कभी जब मैं घर पर होता हूं तो मैं दिन में तीन बार घड़ियां बदलता हूं. मुझे घड़ियों का डिब्बा खोलना और अपनी घड़ियों को साफ करना अच्छा लगता है.’’ इनमें से कुछ घड़ियां उन्हें पत्नी करीना ने भी उपहार में दी हैं.