बोकारो: भाकपा माओवादी प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन के कुख्यात उग्रवादी मुखलाल महतो उर्फ मोंछू की गिरफ्तारी के बाद बोकारो पुलिस को विस्फोटक व अन्य नक्सली सामान बरामद करने में बड़ी सफलता हाथ लगी है. बोकारो एसपी जितेंद्र सिंह ने अपने कार्यालय कक्ष में संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी.
बताया : महुआटांड़ थानांतर्गत ग्राम कैलूबेड़ा, जमनीजारा निवासी कुख्यात नक्सली मुखलाल महतो के स्वीकारोक्ति बयान के बाद छापेमारी के लिए पुलिस पदाधिकारी व सशस्त्र बल की टीम गठित की गयी. उक्त टीम ने महुआटांड़ थानांतर्गत असना पानी पहाड़ी के जंगल व कसमार थाना क्षेत्र के तिरयोनाला पहाड़ी व जंगल क्षेत्र में छापेमारी अभियान चलाया. एसपी के निर्देश पर यह छापेमारी 12 व 13 अक्तूबर को किया गया.
बरामद विस्फोटक व समान : महुआटांड़ थाना क्षेत्र में पुलिस द्वारा चलाये गये अभियान के दौरान एक एके -47 राइफल, 54 जिंदा केन बम, 100 डेटोनेटर, 14 जिंदा क्लेमोर माइंस, 16 केन, 01 स्टील का ड्रम, 09 स्विच, 300 मीटर बिजली का तार, 05 पैकेट एम सील, 01 सलाई रिंच व 02 स्क्रू ड्राइवर बरामद किया गया. कसमार थाना क्षेत्र की पहाड़ी पर की गयी छापेमारी के दौरान 04 जिंदा केन बम, 08 बंडल जिंदा कोडेक्स वायर, 01 बंडल विद्युत तार व 01 पीस अर्धनिर्मित पाइप बम बरामद किया गया. एसपी ने बताया गिरफ्तार मुखलाल महतो खुंखार नक्सली है. इसके द्वारा बोकारो जिला में अब तक कुल 40 नक्सली घटनाओं को अंजाम दिया गया है.
जिन नक्सली वारदात में मुखलाल शामिल रहा है : मुखलाल द्वारा अंजाम दिये गये कुछ महत्वपूर्ण घटना क्रम इस प्रकार हैं – 1. लोकसभा चुनाव 2014 के दौरान गोमिया थाना क्षेत्र की लुगू घाटी में विस्फोट कर पुलिस वाहन को उड़ाना. 2. वर्ष 2009 में पचमो गांव के चौकीदार रामधनी गंझू की हत्या, 3. वर्ष 2009 में रहावन निवासी बंधु महतो की लाठी से पीट कर हत्या. 4. वर्ष 2010 में जमुनीजारा जंगल में पुलिस जवान की विस्फोट कर हत्या. 5. 12 नवंबर 2010 को पन्नाटांड़ से जमुनीजारा जाने वाली कच्ची सड़क पर विस्फोट. इस घटना में कई पुलिस जवान गंभीर रूप से जख्मी हुए थे. 6. 24 दिसंबर 2010 को सिमराबेड़ा जंगल में पुलिस पर जानलेवा हमला. 7. 27 सितंबर 2011 को झुमरा पहाड़ के अमन के पास पुलिस बल पर फायरिंग. फायरिंग में जख्मी सीआरपीएफ जवान प्रवीण कुमार व राम सिंह की मौत हो गयी थी.