बोकारो: सीबीएसइ स्कूल में पढ़ने वाले बोकारो के स्टूडेंट्स कथाकार बनेंगे. कथा पब्लिकेशन की ओर से इसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता होने जा रही है. सीबीएसइ स्कूलों में सोमवार से ऑनलाइन पंजीकरण शुरू हुआ. ‘आइ लव रीडिंग’ नाम के इस प्रोजेक्ट का मकसद छात्रों की कथाकार रु चि और ट्रांसलेशन की काबिलियत को परखना है.
प्रथम चरण के तहत सभी स्कूलों में क्लास फोर से सेवन तक के छात्रों और क्लास 8 से 12वीं तक के छात्रों के लिए चार से 14 अगस्त के बीच अलग-अलग ऑन स्पॉट क्रिएटिव राइिटंग सर्च फॉर एक्सीलेंस का आयोजन होगा.
200 का होगा चयन : स्टोरी या ट्रांसलेशन को प्राचार्य अपने स्तर पर जांचने के बाद वेबसाइट पर अपलोड करेंगे. प्रथम चरण में देश भर में 300-400 छात्रों का चयन होगा. द्वितीय चरण में अक्तूबर के तीसरे सप्ताह में रीजनल क्रिएटिव राइिटंग वर्कशॉप होगी. इस दौरान छात्र अपनी स्टोरी या ट्रांसलेशन लिखकर देंगे. इनमें से 200 छात्रों का चयन सीबीएसइ-कथा उत्सव के लिए किया जायेगा.
बाल कथा प्राइज स्टोरी के तौर पर प्रकाशित होगी : तीन दिवसीय कथा उत्सव नयी दिल्ली में 24 से 28 दिसंबर के बीच होगी. इसमें देश दुनिया के नामी कथाकारों के अलावा कई प्रकाशन समूह भी मौजूद होंगे. समारोह में एक बेस्ट स्टोरी और एक बेस्ट ट्रांसलेशन का चयन विशेषज्ञ करेंगे, जो कथा प्रकाशन की ओर से बाल कथा प्राइज स्टोरी के तौर पर प्रकाशित की जायेगी.
हर दिन पांच हजार रुपये जीत सकते हैं स्टूडेंट्स
सीबीएसइ ने छात्रों में राइिटंग स्किल्स बढ़ाने के लिए लेखन प्रतियोगिता की शुरुआत की है. इसमें छात्र पांच से 11 अगस्त तक शामिल हो सकते हैं. परिणाम 12 अगस्त को जारी होगा. 14 अगस्त को विजेता 14 छात्रों को दिल्ली में पुरस्कृत किया जायेगा. इसमें शामिल होने के लिए प्रतिभागी को 0120-4763981 पर मिस कॉल करना है. इसके बाद बोर्ड आपसे एसएमएस के माध्यम से नाम, पिता का नाम, कक्षा, स्कूल का नाम, जिला, राज्य और मोबाइल नंबर मांगेगा. जानकारी भेजने के बाद बोर्ड की ओर से पंजीकरण नंबर एसएमएस कर दिया जायेगा. छात्रों को हर दिन की टॉपिक की सूचना एसएमएस से मिलेगी. छात्र को टॉपिक पर निर्धारित शब्द लेख लिखकर उस पर अपना नाम, पिता का नाम, कक्षा, स्कूल, इ-मेल, टॉपिक का नाम, पासपोर्ट साइज फोटो और पंजीकरण संख्या लिखनी होगी. इस पेज को इ-मेल के अलावा फोटो खींचकर वॉट्स ऐप के माध्यम से भी भेजा जा सकता है. हर दिन 68 विजेता छात्रों को पांच हजार रु पये का पुरस्कार दिया जायेगा.
प्रतियोगिता श्री पिंगली वैंकेया की इंस्पीरेशनल लाइफ पर आधारित होगी. श्री पिंगली वैंकेया के जीवन से जुड़ा एक टॉपिक हर दिन घोषित किया जायेगा. इसमें हर दिन 68 विजेता छात्रों को पांच हजार रु पये का पुरस्कार दिया जायेगा. जबकि शीर्ष 14 छात्रों को 20 हजार रु पये का पुरस्कार और दिल्ली के ऐतिहासिक इमारतों में विजिट का मौका मिलेगा.
डॉ हेमलता एस मोहन, निदेशक व प्राचार्या-डीपीएस बोकारो