50 लाख का हाट खानाबदोशों का आशियाना

चास : चास जोधाडीह मोड़ स्थित हनुमान मंदिर के पास राज्य सरकार की ओर से बनाया गया हाट बेकार पड़ा है. फिलहाल हाट बीते दो वर्षों से खानाबदोशों का आशियाना बना हुआ है. इस कारण आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को काफी परेशानी होतीहै. गौरतलब हो कि वित्तीय वर्ष 2002 व 2003 में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 18, 2019 6:17 AM
चास : चास जोधाडीह मोड़ स्थित हनुमान मंदिर के पास राज्य सरकार की ओर से बनाया गया हाट बेकार पड़ा है. फिलहाल हाट बीते दो वर्षों से खानाबदोशों का आशियाना बना हुआ है. इस कारण आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को काफी परेशानी होतीहै.
गौरतलब हो कि वित्तीय वर्ष 2002 व 2003 में राज्य सरकार के तत्कालीन मंत्री समरेश सिंह के प्रयास से जोधाडीह मोड़ स्थित हनुमान मंदिर के पास करीब 50 लाख रुपये की लागत से हाट का निर्माण कराया गया था.
17 वर्ष बीत जाने के बाद भी जिला प्रशासन व चास नगर निगम की ओर से इसको चालू कराने का प्रयास नहीं किया गया. अब हाट की दुकानें जर्जर होते जा रही है. दुकानों में लगे लोहे के दरवाजे चोरी हो गयी है. गौरतलब हो कि इस हाट में छोटी-बड़ी 120 दुकानों का निर्माण कराया गया है.
जाम से निजात दिलाने के लिए हुआ था निर्माण
जोधाडीह मोड़ स्थित मेनरोड पर ही सब्जी बाजार लगता है. इस कारण यहां जाम लग जाता है. इसको देखते हुये उक्त हाट का निर्माण कराया गया था. निर्माण के बाद किसी स्तर पर इसको चालू कराने का प्रयास नहीं किया गया.
हालांकि वर्ष 2014 से पूर्व नगर परिषद की आयोजित बोर्ड बैठक में स्थानीय पूर्व पार्षद मंतोष पाठक की ओर से चालू कराने की मांग की गयी थी, जिसके बाद नगर परिषद की ओर से कई बार मजिस्ट्रेट की मांग चास अनुमंडल पदाधिकारी से की गयी.
इसके लिये चास अनुमंडल पदाधिकारी की ओर से मजिस्ट्रेट भी बहाल किया गया. लेकिन नगर परिषद की ओर से रोड किनारे लगने वाले सब्जी दुकानदारों को हाट में स्थानांतरण कराना उचित नहीं समझा.
प्रशासन व निगम को करनी चाहिए पहल
जर्जर हो रहे हाट को अगर विकसित किया जायेगा तो इससे आसपास के किसानों को बड़ी राहत मिलेगी. प्रशासन व निगम को इस दिशा में पहल करना चाहिये.
चंदन सिंह
छोटे-छोटे व्यापारियों को हाट में बसाने से आम जनता को काफी सहूलियत होगी. निगम को भी राजस्व की प्राप्ति होगी. इस दिशा में उचित कार्रवाई नहीं हो रही है.
मो परवेज
जोधाडीह मोड़ के सड़क पर लगने वाले दुकानों को हाट में बसाने की योजना थी. लेकिन इसकी उपेक्षा कर दी गयी. अब भी समय है, चालू कर सुविधा बहाल करें.
तपन कुमार
जोधाडीह मोड़ क्षेत्र में एक हाट की सख्त जरूरत है. ताकि ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले किसानों को सुविधा मिल सके. बेरोजगारों को भी रोजगार मुहैया हो सकती है.
विशाल कुमार

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