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निर्देश की अनदेखी कर संचालित हो रहे हैं गैर मान्यता प्राप्त स्कूल

बोकारो: जिला के गैर मान्यता प्राप्त स्कूल संचालकों को विभागीय निर्देश की परवाह नहीं. विभाग ने करीब दस माह पहले गैर मान्यता प्राप्त 154 स्कूलों को नोटिस जारी किया था. इन सबको चालू सत्र में नामांकन से पहले या तो मान्यता या एनओसी ले लेने की हिदायत दी गयी थी. ऐसा नहीं करनेवालों को स्कूल […]

बोकारो: जिला के गैर मान्यता प्राप्त स्कूल संचालकों को विभागीय निर्देश की परवाह नहीं. विभाग ने करीब दस माह पहले गैर मान्यता प्राप्त 154 स्कूलों को नोटिस जारी किया था. इन सबको चालू सत्र में नामांकन से पहले या तो मान्यता या एनओसी ले लेने की हिदायत दी गयी थी. ऐसा नहीं करनेवालों को स्कूल बंद करने को कहा गया था. नोटिस के बाद सख्ती के कारण 154 में से 26 स्कूल ही बंद हुए हैं. ऐसा लगता है शेष स्कूलों के लिए सरकार के निर्देश का कोई मतलब नहीं.
किसी से जुर्माना की वसूली नहीं हुई : जिला के गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों को निर्गत नोटिस में कहा गया था कि वे शिक्षा के अधिकार अधिनियम (आरटीइ) का उल्लंघन कर रहे हैं. जिन स्कूलों ने निर्देश के अनुसार औपचारिकता का निर्वाह नहीं किया, लगभग उन सभी गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों ने न तो मान्यता या एनओसी लेने की पहल की और न ही नामांकन बंद किया. गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों के बंद नहीं होने की स्थिति में इनसे जुर्माना स्वरूप 10 हजार रु प्रतिदिन वसूले जाने की बात कही गयी थी. किसी स्कूल से आज तक जुर्माना वसूली की कोई सूचना नहीं.
306 स्कूलों ने दिया आवेदन : शिक्षा विभाग के नोटिस के बाद जिला के विभिन्न प्रखंडों में संचालित गैर मान्यता वाले स्कूलों में से अब तक 306 स्कूलों ने मान्यता के लिए आवेदन किया है. मामला अभी प्रक्रियाधीन है. शिक्षा विभाग ने 36 स्कूलों के आवेदन को मान्यता के लिए निदेशालय भेजा है. इनमें से अब तक छह स्कूलों को मान्यता मिल चुकी है.
सर्वाधिक स्कूल चास में
नोटिस के बाद सख्ती के कारण चिह्नित 154 में से 26 स्कूल ही बंद हुए हैं. चंदनकियारी में एक, चास में आठ, नावाडीह में तीन, जरीडीह में तीन, बेरमो में एक, गोमिया में चार, पेटरवार में तीन, कसमार में एक व चंद्रपुरा प्रखंड में दो स्कूल शामिल हैं. इनमें एवीएम स्कूल, ग्रामीण गार्डन पब्लिक स्कूल, मार्डन पब्लिक स्कूल, न्यू वंडर पब्लिक स्कूल, जीआरएस पब्लिक स्कूल, क्रिएटिव पब्लिक स्कूल, शांति निकेतन,स्कूल ऑफ कंपटिशन, दी होली पॉटर पब्लिक स्कूल, आइडियल पब्लिक स्कूल,उषा मॉर्डन पब्लिक स्कूल, सरस्वती शिशु पब्लिक एकेडमी,डा राधाकृष्णन पब्लिक स्कूल, विवेकानंद पब्लिक स्कूल, अख्तर रजा पब्लिक स्कूल, प्रोगेसिव पब्लिक स्कूल, इंडियन पब्लिक स्कूल, बाल ज्योति निकेतन, शांति मेमोरियल पब्लिक स्कूल, स्पेन पब्लिक स्कूल, बीबीएमएम पब्लिक स्कूल, बोकारो एकेडमी, किड पब्लिक स्कूल, चिल्ड्रेन हैपी होम,सनराइज पब्लिक स्कूल, बीएसजी पब्लिक स्कूल शामिल हैं.
यह है मान्यता का प्रावधान : किसी भी स्कूल को चार जगह से मान्यता मिलती है. सीबीएसइ से, आइसीएसइ से, झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) से या फिर डीएसइ ऑफिस को इन्हें लिखित में आवेदन देना होता है. पिछले कई सालों से सैकड़ों स्कूल बिना मान्यता के चल रहे हैं. विभाग ने आरटीई-2009 की धारा- 18 के उपधारा एक और पांच के तह इन विद्यालयों के खिलाफ नोटिस भेजा गया था.

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