चास. गरमी के बाद अब बरसात में भी एक बार फिर चास व आसपास के क्षेत्रों में अनियमित विद्युत आपूर्ति की समस्या उत्पन्न हो गयी है. फिलहाल चास व आसपास के क्षेत्रों में 24 घंटों में पांच से सात घंटे ही बिजली मिल पा रही है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति और भी खराब है. ग्रामीण क्षेत्रों में किसी-किसी फीडर में तो 24-24 घंटे विद्युत आपूर्ति नहीं होती है.
करीबन एक माह से दो लाख से कहीं अधिक आबादी अनियमित बिजली से प्रभावित है. बिजली नहीं रहने का खामियाजा स्थानीय लोगों के साथ-साथ व्यवसायियों व छोटे-छोटे उद्योग चलाने वाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है. वहीं बाजार में कारोबार प्रभावित हो रहा है. बिजली नहीं रहने से विद्यार्थियों का पठन-पाठन कार्य भी प्रभावित हो रहा है.
मरम्मत के नाम पर डीवीसी करता है कटौती : डीवीसी चंद्रपुरा की ओर से अक्सर मरम्मत के नाम पर पांच से सात घंटे बिजली की कटौती की जा रही है. कभी-कभार रात को डीवीसी की ब्रेकर में खराबी आने के नाम पर पूरी रात बिजली आपूर्ति नहीं की जाती है. गौरतलब हो कि चास विद्युत सब स्टेशन में डीवीसी की ओर से चंद्रपुरा मेन लाइन व बालीडीह टाइलाइन से बिजली आपूर्ति की जाती है. चास विद्युत विभाग की ओर से बारी-कोआपरेटिव सब स्टेशन को टाइलाइन से जोड़कर चास सब स्टेशन का लोड कम करने का प्रयास किया गया है. इसके बाद भी चास व आसपास के क्षेत्रों में आपूर्ति करने में सफलता नहीं मिल पा रही है. वहीं पांच वर्षों से फुदनीडीह सब स्टेशन का निर्माण कार्य ठप पड़ा है. इसके कारण भी चास व आसपास के क्षेत्रों में नियमित विद्युत आपूर्ति नहीं हो पा रही है.
बिजली समस्या से निजात दिलाने का प्रयास विभाग द्वारा किया जा रहा है. समय-समय पर डीवीसी का सहयोग नहीं मिलने से आपूर्ति व्यवस्था ठप पड़ जाती है. विभाग को विद्युत आपूर्ति नियमित करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. ऐसे भी विभाग में मेन पावर की काफी कमी है.
अनिल कुमार सिंह, सहायक विद्युत अभियंता