बेरमो/फुसरो. फुसरो और आसपास के क्षेत्रों में सात दिनों से ठप बिजली आपूर्ति शुरू कराने के लिए बेरमो स्टेशन के पास सात पोल लगा कर तार लगाने का काम जारी है. रविवार की दोपहर में फुसरो सब स्टेशन से और चार पोल ट्रैक्टर से ले जाया गया. स्थानीय व्यवसायियों ने पोल उतारे और इसे गाड़ने में विभागीय कर्मचारियों का सहयोग किया. काम में लगे युवकों व व्यवसायियों की मानें तो सोमवार की सुबह तक बिजली आपूर्ति व्यवस्था बहाल हो सकती है.
संभव है कि रविवार की देर रात को भी बिजली आपूर्ति व्यवस्था बहाल कर दी जाये. रविवार को करीब ढाई बजे चास से कीमती केबुल फुसरो सब स्टेशन लाया गया. उद्योगपति स्व कैलाश सिंह के पुत्र मुन्ना सिंह ने इसे लाने के लिए ट्रेलर का किराया दिया और जेसीबी मशीन लगा कर केबुल उतरवाया. यह केबुल लगने में सप्ताह भर का समय लग सकता है. यह तार लग जाने से वर्षों-वर्षों तक दामोदर नदी में बाढ़ के कारण पोल तार गिरने की समस्या नहीं आयेगी. शनिवार की देर रात तक तथा रविवार को भी दिन भर बेरमो विधायक योगेश्वर महतो बाटुल और डुमरी विधायक जगरनाथ महतो राम बिलास स्कूल के पास खड़ा होकर फुसरो में बिजली बहाल कराने में लगे रहे. जेइ नरेंद्र मिंज ने बताया कि दामोदर नदी में पानी के तेज बहाव के कारण तार नहीं जोड़ा जा सका. इसके बाद फिलहाल पोल लगा कर कथारा सब स्टेशन से लाइन लाने का प्रयास हो रहा है.
युद्ध स्तर पर काम चल रहा है. बारिश से राहत मिली तो देर रात तक बिजली बहाल होने की संभावना है. बिजली समस्या का हल कराने में विभाग के अलावा सभी दलों के नेताओं, व्यवसायी संघ और व्यवसायियों का सहयोग मिल रहा है.
कवर केबुल के लिए कई कर रहे हैं दावा : पूर्व मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि उन्होंने फुसरो के लिए कवर केबुल धनबाद बिजली विभाग के जीएम से बात कर भिजवाया है. जबकि बेरमो विधायक योगेश्वर महतो का दावा है कि वह पहले ही इसके लिए बात कर चुके थे. सांसद रवींद्र कुमार पांडेय ने कहा कि उन्होंने बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए संबंधित अधिकारियों से बात कर केबुल भिजवाया. डुमरी विधायक जगरनाथ महतो का भी कहना है कि उन्होंने अपने स्तर से प्रयास किया तथा जेएसइबी धनबाद डिविजन के अधिकारी से बात की. इधर, विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इसमें सभी का योगदान है. लेकिन उक्त केबुल लगने में थोड़ा समय लगेगा.
व्यापार चौपट, प्रदूषण फैला रहे जेनेरेटर : सात दिनों तक फुसरो बाजार सहित आसपास क्षेत्र में बिजली आपूर्ति नहीं होने के कारण व्यापार पर प्रतिकूल असर पड़ा है. कई लोगों ने तो दुकानें बंद कर दी है. कुछ लोग दिन में ही दुकान खोल रहे हैं. लघु उद्योग संचालकों का काम लगभग ठप है. इधर खास लोगों द्वारा जहां-तहां जेनेरेटर चलाये जाने के कारण प्रदूषण भी फैल रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्तमान व्यवस्था में लोगों को किरासन भी नहीं मिल रहा है. किरासन के लिए राशन कार्ड जरूरी है. लेकिन सभी का राशन कार्ड नहीं बन पाया है. इसके कारण गरीब परेशान हैं. बिजली रहने के कारण सात दिनों से लोग पेयजल की भी समस्या खड़ी हो गयी है.
इनका रहा है सहयोग : फुसरो सब स्टेशन तक बिजली आपूर्ति कराने में झामुमो नेता देवी दास, युवा व्यवसायी संघ के अध्यक्ष आर उन्नेश, कृष्ण कुमार चांडक, महबूब आलम, फुसरो नप के उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के मो कलाम, झामुमो नेता बैजनाथ महतो, मदन महतो, युवा कांग्रेस के बेरमो विस अध्यक्ष अमित कुमार सिंह, वार्ड पार्षद जसीम रजा, जिप सदस्य नीतू सिंह, बिरन लोहार, ओम प्रकाश राज, मो. इलियास, मो. इम्तियाज, विनोद चौरसिया, रमेश स्वर्णकार, अशोक सोनी, शंभू यादव, गुड्डू वर्णवाल, अनिल गुप्ता, मोहित नंदन, रोहित मित्तल, मनोज अग्रवाल, उदय गुप्ता, पंकज वर्णवाल, छोटू, पिंकू वर्मा, संतोष सिन्हा, शशि सिंह, अंजन चटर्जी, राहुल सिंह, संजय गुप्ता आदि सहयोग कर रहे हैं.
बिजली विभाग के वरीय अधिकारी नहीं ले रहे रुचि
इधर, क्षेत्र के बिजली विभाग के जेइ को छोड़ कर कोई भी वरीय अधिकारी बिजली व्यवस्था सुदृढ़ करने में तत्पर नहीं हैं. फुसरो बाजार के स्थानीय युवक, व्यवसायी व समाजसेवी स्वयं बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने में लगे हुए हैं. लोग सुबह से ही पोल उठाने, गाड़ने, तार खिंचने से लेकर नदी में तार पार करने के प्रयास में लगे हुए हैं. इन युवकों का कहना है कि बिजली विभाग के वरीय अधिकारी अगर इसमें पहल करते तो ज्यादा जल्दी बिजली आपूर्ति शुरू हो जाती.