बेरमो : असंगठित मजदूर कांग्रेस (ददई गुट) के प्रदेश महामंत्री संतोष कुमार आस ने शुक्रवार को उक्त प्रसंग में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जीएम बीके सिंह को न तो श्रम कानून का भय है न ही माइनिंग कानून की परवाह और ना औद्योगिक संबंध और ना ही विधि-व्यवस्था का कोई लिहाज. उन्होंने कहा कि दिसंबर 2016 में असंगठित मजदूरों ने अपनी वाजिब मांगों को लेकर चार दिनों तक जीएम कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन किया तो उन्होंने मजदूरों से बात करना तक मुनासिब नहीं समझा.
इस संबंध में जब जनप्रतिनिधियों, श्रमिक संगठनों व छात्र संगठनों के अनुरोध को भी अनसुना कर दिया. उपायुक्त, एसपी, अनुमंडल पदाधिकारी आदि के पत्राचार का भी इन पर कोई असर नहीं हुआ. श्रमिक नेता व पूर्व सांसद चंद्रशेखर दुबे, पूर्व मंत्री माधव लाल सिंह, गोमिया विधायक योगेंद्र प्रसाद एवं डुमरी विधायक जगरनाथ महतो की अपील का भी उन पर इसका कोई असर नहीं हुआ.