बोकारो: सेक्टर 12 बी के आवास संख्या 3151 निवासी नव विवाहिता बेबी देवी की आत्महत्या के मामले में स्थानीय थाना पुलिस ने पति समेत ससुराल पक्ष के चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. घटना की प्राथमिकी बेबी के भाई जितेंद्र कुमार त्रिपाठी के बयान पर दर्ज की गयी है.
मृतका के भाई के बयान पर पति देव व्रत ओझा, ससुर सत्य व्रत ओझा, सास मालती देवी व देवर विद्या व्रत ओझा को अभियुक्त बनाया गया है. पुलिस ने सभी अभियुक्त को न्यायिक हिरासत में चास जेल भेज दिया. डेमोडीह निवासी जितेंद्र ने बताया : उसकी बहन बेबी कुमारी का विवाह 19 मई 2013 को सेक्टर नौ स्थित आवास से हुआ था. विवाह में लाखों रुपये दहेज में दिये गये थे. इसके बाद अल्टो कार की मांग की गयी.
पिता ने लोन लेकर अल्टो कार खरीद कर दी. लोन के कारण कार के रजिस्ट्रेशन बुक में बेबी के पिता का नाम था. ससुराल वालों ने कार लौटा दिया. पति ने कहा : कार उसके नाम पर होनी चाहिए. पिता नयी कार फिर नहीं खरीद पाये. इसी कारण ससुराल पक्ष के लोग बेबी के साथ अक्सर मारपीट करते रहते थे. बेबी को उसके मायके वालों से मिलने भी नहीं दिया जाता था. कुछ दिनों पूर्व बेबी ने ससुराल वालों से नजर बचा कर अपनी भाभी को फोन कर बताया था कि जल्द कार नहीं दिया गया तो ससुराल वाले उसकी हत्या कर देंगे. भाई ने दावा किया है कि कार की मांग पूरी नहीं होने पर पति व ससुराल पक्ष के सभी लोगों ने बेबी की हत्या कर दी.