रांची: महिला जन स्वास्थ्य शिशु कल्याण केंद्र, चास से दो बच्चियों के गायब होने के मामले में संस्था के संचालकों के संलिप्त होने की आशंका है. यह आशंका बोकारो के सीसीआर डीएसपी ने मामले की जांच के बाद अपनी रिपोर्ट (262-सीसीआर-2017) में व्यक्त की है. साथ ही बच्चियों के गायब होने के मामले को गंभीर अनैतिक एवं बाल-व्यापार का मामला प्रतीत होने की बात कहते हुए इसमें संस्था के संचालक व कर्मियों के शामिल होने की आशंका जतायी है.
एक माह बाद डीसीइओ के निरीक्षण में केंद्र में नहीं मिली थी बच्चियां
रिपोर्ट के मुताबिक बोकारो की महिला थाना द्वारा 21 दिसंबर 2016 को 16 वर्षीय बच्ची और जीआरपी थाना द्वारा 23 दिसंबर 2016 को 14 वर्षीय बच्ची को संस्थान में संरक्षण के लिए रखा गया था. जिला बाल शिक्षा पदाधिकारी (डीसीइओ) अनिता झा ने जब 24 जनवरी 2017 को संस्था का निरीक्षण किया, तो दोनों बच्चे केंद्र में नहीं पाये गये. बाल कल्याण समिति की रिपोर्ट पर जब डीएसपी ने संस्था में जाकर जांच की, तब भी दोनों बच्चियां केंद्र में नहीं मिली. जांच के दौरान महिला जन स्वास्थ्य शिशु कल्याण केंद्र के विनोद सौरभ ने पूछताछ के दौरान दोनों बच्चियों के गायब होने के संबंध में कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया. इधर, डीएसपी द्वारा निर्देश दिये जाने पर संस्था की ओर से दो फरवरी को चास थाना में ऑनलाइन सूचना दी गयी. इसके बाद चार फरवरी को चास पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज की. डीएसपी ने जांच में संस्था की भूमिका की भी जांच करने की जरूरत बतायी है.
आरोप गलत, बदनाम करने की साजिश : विनोद
महिला जन स्वास्थ्य शिशु कल्याण केंद्र, चास के निदेशक विनोद सौरभ ने बताया कि जो भी आरोप लगाये जा रहे हैं, वह गलत है. संस्था को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. जिन दो बच्चियों के गायब होने की बात कही जा रही है, उसमें से एक बच्ची अपने माता-पिता के पास खूंटी में है. एक बच्ची गायब है.