रांची: डीजीपी डीके पांडेय ने बिहार से सटे जिलों को यह निर्देश दिया है कि अवैध शराब के धंधे पर हर हाल में रोक लगायें. अपना सूचना तंत्र विकसित करें और अवैध शराब के कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई करें. किसी भी स्थिति में बिहार की सीमा से सटे जिलों में अवैध शराब का धंधा नहीं हो, इसे सुनिश्चित करें. डीजीपी ने यह आदेश कोडरमा में अवैध शराब बनानेवालों के खिलाफ पटना पुलिस द्वारा की गयी छापेमारी के बाद दिया है.
उल्लेखनीय है कि रविवार को पटना पुलिस ने कोडरमा में छापेमारी कर संजय यादव की अवैध शराब फैक्टरी का भंडाफोड़ किया था. कोडरमा पुलिस के पदाधिकारियों पर यह भी आरोप है कि उन्होंने अभियुक्तों को भगाने में मदद की. पटना पुलिस की छापेमारी से झारखंड पुलिस की बदनामी हुई थी और आम लोगों में यह संदेश गया था कि अवैध शराब बनानेवालों के खिलाफ कोडरमा पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही थी. इस कारण बिहार पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी.
पुलिस अफसरों पर हो सकती है कार्रवाई : कोडरमा में पटना पुलिस की छापेमारी के बाद सरकार वहां के पुलिस पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है. सूत्रों के मुताबिक कोडरमा पुलिस और अवैध शराब के कारोबारियों की मिलीभगत की जांच शुरू कर दी गयी है. हालांकि पुलिस मुख्यालय के वरीय प्रवक्ता आइजी अभियान आरके मल्लिक ने किसी तरह की जांच शुरू होने की जानकारी होने से इनकार किया है. उल्लेखनीय है कि कोडरमा में बड़े पैमाने पर अवैध शराब बनाने की फैक्टरी चलाने के बारे में स्पेशल ब्रांच ने एक रिपोर्ट कोडरमा पुलिस को दी थी. जिस पर वहां की पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी.