रांची: डोरंडा पुलिस ने फरजी डीडीसी बन लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने के आरोप में सोमनाथ घोष को गिरफ्तार किया है. उसकी गिरफ्तार कचहरी परिसर से शनिवार के दिन हुई है. वह लालपुर थाना क्षेत्र के आर्या होटल के समीप का रहने वाला है.
सोमनाथ घोष पेशे से एक किराना दुकान का संचालक है. उसने जिन लोगों से धोखाधड़ी की है, उनमें डोरंडा थाना क्षेत्र निवासी अनीता टोप्पो, अनुमा कुजूर, अरनेस खलखो और अनिल टोप्पो का नाम अभी सामने आया है. सोमनाथ ने राजधानी और कितने लोगों से धोखाधड़ी की है, इससे संबंध में पुलिस जानकारी एकत्र कर रही है. पुलिस के सामने सोमनाथ घोष ने यह कबूल किया कि वह कई लोगों से नौकरी दिलाने और बैंक से लोन दिलाने में मदद करने करने के लिए रुपये ले चुका है. इस काम के वह कभी डीडीसी, कभी सीओ तो कभी सर्वे ऑफिसर बन जाता था.
व्यवसाय बढ़ाने के लिए शुरू की ठगी
सोमनाथ घोष ने पुलिस को बताया कि लालपुर में उसका एक किराना दुकान है. व्यवसाय बढ़ाने के लिए उसके पास पूंजी की कमी थी. इसी वजह से वह बेरोजगार युवक- युवतियों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करने लगा.
नियुक्ति पत्र के बजाय देता था कागज
धोखाधड़ी के शिकार अरनेश ने पुलिस को बताया कि नौकरी दिलाने के नाम पर रुपये लेने के बाद सोमनाथ नियुक्ति पत्र एक लिफाफे के अंदर सील कर भेजा करता था. लेकिन, जब लिफाफा खोल कर लोग देखते तो लिफाफे के अंदर एक सादा कागज या पेपर कटिंग होता था. इसके बाद युवक- युवतियों को पता चला कि वे ठगी के शिकार हो चुके है. इसके बाद लोगों ने इसकी सूचना डोरंडा पुलिस को दी.