डकरा: प्रभात खबर में खबर प्रकाशित होने के बाद कई दिनों से भूखे नितेश को गुरुवार को भर पेट भोजन, अपनों का प्यार व इलाज नसीब हुआ. अखबार में खबर पढ़ते ही गुरुवार की सुबह बच्चे का पिता जीतन मांझी घर पहुंचा. वह जैसे ही पहुंचा, गुस्साये पड़ोसी उस पर टूट पड़े. पड़ोसियों ने उसके साथ मारपीट की. पूछने पर उसने बताया कि वह अपने दूसरे ससुराल में रह रहा था. दूसरी पत्नी को बच्च हुआ है. वह उसका देखभाल कर रहा था. बच्चों की हालत देख उसका दिल पिघल गया. जीतन ने कहा: पेपरवाले ने मेरी आंखें खोल दी. अब हम दोबारा बच्चों को छोड़ कर ऐसे नहीं जायेंगे.
बीडीओ ने कपड़ा उपलब्ध कराया : खबर मिलने पर गुरुवार को खलारी के बीडीओ संतोष कुमार सिंह भी बच्चे के घर पहुंचे. बीडीओ ने बच्चों के लिए चावल, कपड़ा आदि उपलब्ध करवाया. बीडीओ ने खुद नितेश को नहलवा कर उसे नया कपड़ा पहनाया. बाद में उसे डकरा अस्पताल में इलाज के लिए भरती कराया गया. अस्पताल के चिकित्सक डॉ आइन ने कहा कि कई दिनों से भूखे रहने के कारण बच्चे पूरी तरह से कमजोर हो गये हैं. कुछ दिनों तक सामान्य तरीके से रखने के बाद बच्चे का इलाज शुरू किया जायेगा. बाद में बच्चे को घर भेज दिया गया.
नाली में खाना ढूंढता रहता था नितेश : बच्चों ने नानी को बताया कि नितेश पिछले आठ दस दिनो से नाली में खाना ढूंढता रहता था. सभी बच्चों के पिता जीतन को कोस रहे थे.
सीसीएल के कई अधिकारी पहुंचे : सीसीएल के जीएम बीआर रेड्डी के र्निदेश पर कई सीसीएल अधिकारी भी गुरुवार को जीतन के घर पहुंचे और मामले की जानकारी ली.