रांची: एचईसी के नये सीएमडी के रूप में मेरे समक्ष कई चुनौतियां हैं. एचईसी की हालत खस्ता है, जिसमें सुधार करना मेरा लक्ष्य है और मैं पूरी कोशिश करूंगा कि सफलता प्राप्त करूं. उक्त बातें आज एचईसी के नये सीएमडी विश्वजीत सहाय ने पदभार ग्रहण करने के बाद एचईसी सभागार में पत्रकारों से बातचीत में कही.
सहाय ने कहा नये सीएमडी के रूप में नयी चुनौतियां मेरे सामने है. अखबारों में जिस तरह की खबरें दिख रही थीं, उससे मुझे ऐसा महसूस हुआ कि कई तरह के संदेह आपके मन में हैं जिन्हें मिटना जरूरी है, इसलिए मैं आपसे बात करने और सुझाव लेने के लिए आपके साथ हूं. एचईसी की हालत बहुत अच्छी नहीं हैं, लेकिन इसमें सुधार की गुजाइंश है.
हमने लक्ष्य निर्धारित किया है और पूरी उम्मीद है कि हम उस लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे. सरकार हमारी मदद के लिए तैयार है. कर्मचारियों की हड़ताल के कारण काम में आने वाली बाधा पर सहाय ने कहा कि कोई कर्मचारी नहीं चाहता कि कंपनी बंद हो जाये. एचईसी में कई यूनियन हैं. अगर एक यूनियन होती तो हमारा काम आसान होता.
श्री सहाय ने पत्रकारों को बताया कि एचईसी के लगभग चार सौ करोड़ रुपये बाजार में फंसे हैं, अगर वह एचईसी को मिल जाये तो स्थिति में काफी बदलाव संभव है. अत: उस पैसे को वापस लाना हमारी प्राथमिकता होगी.
उन्होंने बताया कि एचईसी के सुचारू रूप से संचालन के लिए हमने केंद्र सरकार से 453 करोड़ मांगा है और नयी मशीन की मांग भी की है. सीएमडी ने स्वीकारा कि कर्मचारियों को वेतन सही समय पर न मिलना भी एक बडी समस्या है, इसलिए वेतन नियमित करने के उपाय भी किये जायेंगे.