पुलिस विभाग ने डीएसपी को दी थी क्लीन चिट
रांची : रामनवमी के दौरान बोकारो में हुए दंगा को लेकर पुलिस मुख्यालय ने जो रिपोर्ट सरकार को भेजी थी, गृह विभाग ने उसे खारिज कर दिया है. गृह विभाग ने डीजीपी से पूछा है कि डीएसपी सुनील कुमार और रजतमणि बाखला को कैसे क्लीन चिट दी गयी. इस निष्कर्ष पर कैसे पहुंचे कि दोनों पुलिस पदाधिकारी दोषी नहीं हैं. उल्लेखनीय है कि इस मामले में सरकार चास के एसडीओ को निलंबित कर चुकी है.
उल्लेखनीय है कि रामनवमी के दौरान बोकारो में दंगा हो गया था. डीसी, एसपी ने जो रिपोर्ट सरकार को भेजी थी, उसमें कहा गया था कि रामनवमी जुलूस के लिए रास्ता निर्धारित था. रेलवे फाटक की ओर से आनेवाले जुलूस को सिवनडीह होते हुए नया मोड़ जाना था
बारी कॉपरेटिव मोड़ के निकट वाले जुलूस को सिवनडीह नहीं जाना था. इ स जुलूस को नया मोड़ जाना था. पर जुलूस सिवनडीह जाने लगा. दूसरे गुट के लोगों ने इसका विरोध किया. इसके बाद हिंसा शुरू हुई. जुलूस का नेतृत्व विधायक विरंची नारायण कर रहे थे. डीसी-एसपी ने अपनी रिपोर्ट में दंगा भड़कने के लिए चास के एसडीओ, डीएसपी मुख्यालय और माराफारी के थाना प्रभारी को जिम्मेदार ठहराया था. कहा था कि इन लोगों के स्तर से जुलूस को नहीं रोका गया.