रांची : राज्य के 171 प्लस टू उच्च विद्यालयों में 513 शिक्षकों की नियुक्ति होगी. मानव संसाधन विकास विभाग ने गत दिनों इसकी स्वीकृति दे दी है. भौतिकी, रसायन व इतिहास में शिक्षकों की नियुक्ति होगी. राज्य में कुल 230 प्लस टू उच्च विद्यालय है. इनमें 59 विद्यालय एकीकृत बिहार के समय के हैं. बिहार में वर्ष 1990 में इन तीनों विषयों में शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी. रोस्टर क्लियर नहीं होने के कारण वर्ष 2012 में इन तीनों विषयों में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पायी थी.
आठ विषयों में ही शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी. शिक्षा विभाग ने एकीकृत बिहार के समय के 59 प्लस टू उच्च विद्यालयों में इन विषयों का रोस्टर क्लीयर होने तक 171 विद्यालयों में नियुक्ति करने का निर्णय लिया है.
* बिहार से भी मांगी जानकारी
शिक्षा विभाग ने एकीकृत बिहार के समय के 59 प्लस टू उच्च विद्यालयों में शिक्षक नियुक्ति के संबंध में रोस्टर की जानकारी मांगी है. माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों से भी शिक्षकों की नियुक्ति के बारे में जानकारी मांगी है.
कार्मिक के दिशा-निर्देश के बाद शुरू होगी प्रक्रिया
मानव संसाधन विकास विभाग ने कार्मिक विभाग से दिशा-निर्देश मांगा है. कार्मिक विभाग से यह पूछा गया है कि 171 विद्यालयों में आरक्षण रोस्टर की गणना एक से होगी या फिर बिहार के समय के 59 विद्यालयों को छोड़ कर 60 से. कार्मिक विभाग के निर्देश के बाद शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होगी.
हाइस्कूल के शिक्षकों के लिए 50% पद आरक्षित
प्लस टू उच्च विद्यालयों में शिक्षकों के 50 फीसदी पद सरकारी उच्च विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के लिए आरक्षित रहेगा. आरक्षण का लाभ तीन वर्ष अनुभव प्राप्त शिक्षकों को ही मिलेगा. सामान्य कोटि के विद्यार्थियों के लिए संबंधित विषय में पीजी में 50 फीसदी व एससी-एसटी विद्यार्थियों के लिए 45% अंक होना अनिवार्य है.
400 अंकों की होगी परीक्षा
प्लस टू उच्च विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए 400 अंकों की परीक्षा होगी. सामान्य ज्ञान एवं हिंदी की परीक्षा 100 व संबंधित विषय की परीक्षा 300 अंकों की होगी. प्रथम पत्र में न्यूनतम 33 फीसदी अंक प्राप्त करना अनिवार्य है. प्रथम पत्र में 33 फीसदी अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी के दूसरे पत्र की उत्तरपुस्तिका की जांच की जायेगी.