रांची: रांची रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या-चार पर स्टेशन की सुरक्षा को धत्ता बताते हुए तीन अपराधियों ने पारा टीचर प्रेमचंद उर्फ फूल कुमार (30 वर्ष) की गोली मार कर हत्या कर दी. प्रेमचंद दुमका-रांची इंटरसिटी ट्रेन से शुक्रवार को अहले सुबह 4.30 ट्रेन से उतरा ही था कि उस पर हमलावरों ने फायरिंग कर दी.
हत्या के बाद अपराधी हथियार लहराते हुए फरार हो गये. घटना के बाद वहां अफरा-तफरी मच गयी. सूचना मिलते ही रांची रेल पुलिस (जीआरपी) इंस्पेक्टर व थाना प्रभारी घटनास्थल पर पहुंचे. इंस्पेक्टर महादेव उरांव के अनुसार मामला पुलिस में बहाली के नाम पर 20-25 लाख रुपये की लेन-देन का है.
सीसीटीवी काम का नहीं, असुरक्षित है रेलवे स्टेशन
स्टेशन पर सुरक्षा की व्यवस्था नहीं है. सीसीटीवी कैमरा भी काम नहीं कर रहा है. कोई भी व्यक्ति आसानी से हथियार लेकर स्टेशन के अंदर जा सकता है. चेकिंग के नाम पर मेटल डिटेक्टर डोर लगा हुआ है, लेकिन डोर से अधिकतर लोग नहीं गुजरते हैं. प्लेटफार्म की दूसरी ओर पूरा खुला हुआ, जिससे कोई भी व्यक्ति आसानी से आना-जाना कर सकता है.
मिनरल वाटर का कारोबार
रिश्तेदार प्रमोद व वीरेंद्र ने बताया कि प्रेमचंद का मिनरल वाटर का भी कारोबार है. वह जमुई के सोनुआ प्रखंड के बेलदर गांव में पारा शिक्षक भी था. वह देवघर से ही आना-जाना करता था. उसका पांच वर्ष का बेटा भी है.
बबलू से था विवाद
प्रेमचंद्र के भाई के अनुसार उसका रांची निवासी बबलू उर्फ अक्षतानंद से पैसे के लेन-देन को लेकर विवाद था. कई बार बबलू ने उसे फोन पर धमकी दी थी. बबलू का देवघर के सखुआ बगान में स्कूल है. आशंका व्यक्त की जा रही है वह हत्या की घटना में शामिल है. इंस्पेक्टर ने बताया कि गुरुवार को प्रेमचंद के घर से निकलने के पूर्व जसीडीह स्थित आवास पर दो व्यक्ति उसे खोजने पहुंचे थे.
सूर्यगढ़ा का रहनेवाला था प्रेमचंद
पुलिस के अनुसार पारा टीचर लखीसराय के सूर्यगढ़ा का रहनेवाला था. वह सहुर ग्राम निवासी नरेश सिंह का पुत्र था. वर्तमान में देवघर के जसीडीह में घर बना कर रह रहा था. प्रेमचंद प्रमोद कुमार व वीरेंद्र कमार के साथ दुमका-रांची इंटरसिटी ट्रेन के एस वन बोगी के बर्थ संख्या-6970 पर सफर कर रांची पहुंचा था. ट्रेन रूकने बाद वह बाथरूम गया. बाथरूम से जैसे ही वह निकला, तीन अपराधियों ने उसे घेर लिया. दो अपराधियों ने उसे पकड़ा और एक अपराधी ने उसकी कनपट्टी पर रिवाल्वर सटा कर फायरिंग कर दी. इससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. गोली दाहिनी ओर से निकल गयी. गोली चलने की आवाज सुनते ही यात्री भी इधर-उधर भागने लगे. उसी समय जीआरपी का एक सिपाही भी वहां पहुंचा. उसने अधिकारियों को घटना की जानकारी दी. तब तक अपराधी फरार हो चुके थे.