– रिमांड होम में जवान व बाल कैदी के बीच मारपीट
– मारपीट के बाद जवान रिमांड होम छोड़ अपने-अपने घर गये
– बाल बंदियों ने रोजाना परिजनों से मिलने की मांग की
गुमला : रिमांड होम गुमला में भोजन पकाने वाले चार होमगार्ड के जवानों के साथ बाल बंदियों ने मारपीट की. बाल बंदियों का कहना था कि उनके परिजनों को सप्ताह में केवल दो दिन ही मिलने दिया जाता है. बंदी, परिजन से रोज मिलने की मांग कर रहे थे. बंदियों का यह भी कहना है कि उन लोगों ने किसी के साथ मारपीट नहीं किया है.
गौरतलब हो कि रिमांड होम में बाल बंदियों के लिए चार होमगार्ड जवान दिलमोहन सिंह, फगुआ साहू, जतरू व बसंत साहू भोजन पकाने का काम करते हैं. बाल बंदियों ने रिमांड होम में होमगार्ड के जवान दिलमोहन सिंह व फगुवा साहू के साथ पहली बार मारपीट छह जनवरी को की थी.
इस घटना के बाद दिलमोहन सिंह व फगुवा साहू रिमांड होम छोड़ अपने-अपने घर चले गये. इसके बाद बाल बंदियों की ज्यादती के कारण 14 जनवरी को जतरू भी अपने घर चला गया. अब रिमांड होम में खाना पकाने के लिए केवल एक होमगार्ड जवान बसंत साहू बचा है. एक जवान होने के कारण विगत 13 जनवरी से रिमांड होम में बाल बंदियों के लिए भोजन नहीं बनाया गया है.
भोजन नहीं मिलने के कारण बाल बंदियों ने मंगलवार को रिमांड होम में जम कर बवाल काटा. भोजन नहीं पकने पर जेलर कपिलनाथ साहू मकर संक्रांति का चूड़ा, गुड़ और तिलकुट लेकर पहुंचे. जिसे बाल बंदियों को खाने के लिए दिया गया.